
जान देने पर उतारू हैं फरियादी, सीएम की चेतावनी के बाद भी बेपरवाह अफसर
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही अफसरों को संवेदनशील होकर लोगों की समस्याओं को सुलझाने के निर्देश दे रहे हों लेकिन उनके निर्देशों का कोई खास असर होता दिखाई नहीं दे रहा। शुक्रवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर फरियाद लेकर पहुंची बस्ती जनपद की एक महिला ने अपने नाबालिग बेटे के साथ अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर ख़ुदकुशी की कोशिश की। इससे पहले 28 जून को बाराबंकी की रहने वाली एक महिला ने अपने दृष्टिहीन पति के साथ लखनऊ में लोकभवन के सामने ख़ुदकुशी की कोशिश की थी।
बस्ती की महिला ने की जान देने की कोशिश
बताया जा रहा है कि बस्ती जनपद के कटरा मोहल्ले की रहने वाली लक्ष्मी देवी शुक्रवार को अपने नाबालिग बेटे और एक भतीजे के साथ फरियाद लेकर सीएम आवास पहुंची थी। उसने यहाँ सीएम आवास के बाहर अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर अपने बेटे के साथ आत्मदाह का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने तत्काल उसे पकड़ लिया और गौतमपल्ली थाने ले गई। महिला ने बताया कि उसके बेटे और भतीजे को फंसाने के लिए कुछ लोगों ने छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करा दिया है। जब वह इस बारे में शिकायत लेकर एसपी और डीआईजी के यहाँ गई तो वहां अफसरों ने कोई सुनवाई नहीं की। जब उसे कहीं से कोई उम्मीद नहीं दिखी तो उसने यह कदम उठा लिया।
दृष्टिहीन ने किया था आत्मदाह का प्रयास
इससे पहले 28 जून को बाराबंकी के रहने वाले एक दम्पत्ति ने दबंगों से परेशान होकर राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने ख़ुदकुशी की कोशिश की थी। पीड़ित दंपत्ति आशाराम और आरती को गाँव के दबंग काफी समय से परेशान कर रहे थे। उनके साथ दबंगों ने मारपीट भी की थी। पुलिस से शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई तो महिला ने अपने दृष्टिहीन पति के साथ यह कदम उठा लिया था। हालाँकि पुलिस की मुस्तैदी के कारण दंपत्ति को बचा लिया गया था। हड़कंप मचने के बाद बाराबंकी पुलिस को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
ललितपुर के किसान ने की थी फांसी लगाने की कोशिश
इसी साल फरवरी में ललितपुर जनपद के रहने वाले रामराज नाम के व्यक्ति ने सीएम आवास के निकट पेड़ पर चढ़कर फांसी लगाने की कोशिश की थी। वह बीपीएल श्रेणी में सरकारी आवास और कर्जमाफी चाहता था। जब अफसरों ने सुनवाई नहीं की तो वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ पहुंचा। मुख्यमंत्री से उसकी मुलाक़ात नहीं हो सकी तो उसने पेड़ पर चढ़कर गले में फांसी का फंदा लगाकार जान देने की कोशिश की थी।
उन्नाव रेपकांड की पीड़िता भी पहुंची थी ख़ुदकुशी करने
उन्नाव के चर्चित रेपकांड की पीड़िता की शिकायत पर जब पुलिस ने कार्रवाई से इंकार कर दिया था तो वह अप्रैल में अपने परिवार के साथ सीएम आवास पर ख़ुदकुशी करने पहुंची थी। इस मामले में पुलिस भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर कार्रवाई करने से बच रही थी। बाद में पीड़िता के पिता की मौत और मामले के तूल पकड़ने के बाद विधायक पर केस दर्ज कर मामले की जांच सीबीआई को सौपी गई थी।
फटकार पर भी बेपरवाह अफसर
उत्तर प्रदेश में सरकारी अफसरों पर जनता की समस्याओं की सुनवाई न करने के आरोप हमेशा से लगते रहे हैं। अभी पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने प्रदेश भर के अफसरों की बैठक में साफतौर पर कहा था कि जनपदों में अफसर मामूली समस्याओं का भी निराकरण नहीं कर रहे हैं और फरियादियों को छोटी-छोटी समस्याओं के लिए महीनों भटकना पड़ रहा है। लगातार राजधानी में फरियादियों की भीड़ और यहाँ हो रही खुदकुशी की कोशिशें तो यही साबित कर रही हैं कि सीएम की चेतावनी से भी अफसर बेपरवाह हैं।
Published on:
06 Jul 2018 02:55 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
