31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Union Budget 2024: यूनियन बजट पर बोले अखिलेश यादव, 10 साल की तरह इस बार भी कोई उम्मीद नहीं

Union Budget 2024: मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट पर अखिलेश यादव ने कहा, "10 साल में कोई उम्मीद नहीं रही, इस साल भी कोई उम्मीद नहीं रहेगी।"

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Sanjana Singh

Jul 23, 2024

Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav

Union Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश कर रही हैं। मोदी सरकार 3.0 के पहले बजट पर समाजवादी पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि इस बार के बजट से उनको कोई उम्मीद नहीं है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "कहने को कहते हैं कि पांचवीं अर्थव्यवस्था है लेकिन इतने बड़े पैमाने पर देश में बेरोजगार हो तो इसका क्या फायदा। 10 साल में कोई उम्मीद नहीं रही इस साल भी कोई उम्मीद नहीं रहेगी।"

बजट से बढ़ सकता है पूंजीगत खर्च 

केंद्रीय बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अधिक आवंटन, टैक्स सुधार, बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देना, स्थानीय विनिर्माण पर जोर, नौकरी, कौशल सृजन और अधिक श्रम आधारित क्षेत्रों समेत कई बिंदुओं पर जोर देखने को मिल सकता है। बजट में सभी क्षेत्रों में करदाताओं को लाभ पहुंचाने और देश में कारोबार करने में सुगमता में सुधार लाने के लिए आयकर ढांचे में बदलाव किए जाने की भी संभावना है। मूडीज एनालिटिक्स के अनुसार, बजट से पूंजीगत खर्च बढ़ सकता है।

यह भी पढ़ें: बजट 2024 को लेकर चित्रकार ने बनाई 7 फीट की तस्वीर, कोयले से की अनोखी कारीगरी

कृषि, रोजगार, अनुसंधान समेत कई क्षेत्रों पर जोर 

सरकार ने कृषि, रोजगार, सामाजिक न्याय, विनिर्माण और सेवाएं, शहरी विकास, ऊर्जा सुरक्षा, नवाचार, अनुसंधान और विकास समेत कई क्षेत्रों पर जोर दिया गया है। आर्थिक सर्वेक्षण 2023-2024 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 2024-25 के लिए 6.5 से 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि, मुख्य आर्थिक सलाहकार नागेश्वरन के अनुसार, भारत के लिए सात प्रतिशत जीडीपी वृद्धि दर हासिल करना संभव है।

पीएम मोदी ने किया पोस्ट

प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "आर्थिक सर्वेक्षण विकास और प्रगति के क्षेत्रों की भी पहचान करता है। हम एक ‘विकसित भारत’ के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।"

बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण लगातार सातवीं बार केंद्रीय बजट 2024-25 पेश कर रही हैं। इससे पहले वह छह बार केंद्रीय बजट पेश कर चुकी हैं।