मालूम हो कि बीते नौ अगस्त यानी अगस्त क्रांति के दिन समाजवादी पार्टी के मुख्यिा
अखिलेश यादव विधानसभा की हार के बाद निराश और हताश कार्यकर्ताओं में नई जान डालने के लिए केंद्र की मोदी और सूबे की योगी सरकार के खिलाफ प्रदेश के सभी जिलों में ‘देश बनाओ-देश बचाओÓ अभियान की शुरुआत की। अखिलेश खुद फैजाबाद जिले में कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने फैजाबाद की सड़कों पर अपने रथ पर सवार होकर प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद
अखिलेश यादव जब वापस लखनऊ के लिए रवाना हुए तो उनके काफिले के साथ 175 गाडिय़ां शािमल थीं। फैजाबाद और लखनऊ के रास्ते में बाराबंकी टोल प्लाजा से ये सारी गाडिय़ां गुजरी तो किसी ने भी टोल टैक्स देना मुनासिब नहीं समझा। इसकी पुष्टि टोल प्लाजा के मैनेजर ने की।
लखनऊ में पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में लगातार गंभीर घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोंदी तक चुनाव में कह रहे थे कि थाना सपा के लोग चला रहे हैं। अखिलेश ने सवाल किया कि अब कौन लोग थाने चला रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में फर्जी तरीके से पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा है। मदद नहीं जनता को न्याय चाहिए। डायल 100 व्यवस्था का सत्यानाश हो गया है। उन्होंने कहा कि सीएम
योगी आदित्यनाथ अभी तक एक भी भूमाफिया का पता नहीं लगा सके।
अखिलेश यादव ने कहा कि चार महीने से लगातार बीडीसी, जिला पंचायत सदस्यों को परेशान किया जा रहा है। टोल प्लाजा पर टैक्स नहीं देने के मामले में अखिलेश ने कहा कि गलती हुई है। हम 200 के बजाय 1000 गाडिय़ों का भुगतान कर देंगे।