
Akhilesh mayawati
लखनऊ. यूपी में गठबंधन को लेकर सियासत शुरु हो गई है। रविवार को बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा एक बार फिर सम्मानजनक सीटों का राग अलापने के बाद सत्ता पक्ष भाजपा उनपर कटाक्ष करने में जुट गया है, हालांकि सपा अध्यक्ष पूर्व की तरह इस बार भी 'बहनजी' की शर्त मानने के लिए तैयार हैं। इस पर यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दोनों पार्टियों पर हमला करना शुरू कर दिया है। यहां तक के उन्होंने समाजवादी पार्टी का बहुजन समाज पार्टी में विलय की बात भी कह दी है।
श्रीकांत शर्मा ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि अखिलेश यादव ने देश की प्रगति को रोकने के लिये घुटने टेक समर्पण कर दिया है। उन्होंने कहा कि ये लोग नकारात्मकता के लिये इकठ्ठा हो रहे हैं, जबकि इन्हें मालूम है कि यह एक-दूसरे पर भरोसा नहीं करते। श्रीकांत शर्मा ने कहा कि बसपा सुप्रीमो इस बार पूरी तैयारी में हैं। वहीं कांग्रेस को तो कोई मुंह लगाने के लिए भी तैयार नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अब ऐसा प्रतीत होता है कि सपा का वजूद खत्म हो जाएगा। अखिलेश यादव के बयानों से ऐसा प्रतीत होता है कि हो सकता है कि आने वाले समय में सपा का बीएसपी में विलय हो जाए।
मायावती की शर्त मानने को अखिलेश तैयार-
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने हाल ही में कहा है कि उन्हें पूरा यकीन है कि 2019 चुनावों में वह बीजेपी को हराने के लिए महागठबंधन बना लेंगे और बसपा सुप्रीमो मायावाती की शर्त के लिए वो दो कदम पीछे हटने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि यूपी में भाजपा को ही महागठंबधन ही रोक सकता है और इसके लिए हमें अगर दो कदम पीछे खींचने पड़े, तो हम तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा कि उनका एजेंडा देश को बचाना है और इसके लिए भाजपा को हटाना जरूरी है।
Published on:
18 Sept 2018 04:08 pm
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