
कोरोना से जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के आश्रितों को नौकरी, 50 पार वाले नहीं करेंगे फ्रंटलाइन ड्यूटी
लखनऊ. UP Police Martyred dependent jobs: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार अभी ज्यादा कम नहीं हुई है। कोविड-19 के संक्रमण ने प्रदेश के पुलिसकर्मियों को भी तेजी से अपना शिकार बनाया है। इसी बीच यूपी के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने पुलिसकर्मियों को लेकर अहम फैसला लिया है। जिसमें कोरोना की वजह से शहीद हुए पुलिसकर्मियों के परिवार को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी देने का ऐलान किया गया। इसको लेकर शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को आर्थिक सहायता भी दी जा रही है।
50 पार पुलिसकर्मियों की नहीं लगेगी फ्रंटलाइन ड्यूटी
एडीजी एलओ के मुताबिक 50 साल की उम्र पार कर चुके पुलिसकर्मियों को कोरोना की फ्रंटलाइन ड्यूटी से हटाया जा रहा है। इसके चलते होने वाली पुलिसकर्मियों की कमी को दूर करने के लिए 134 कंपनी पीएसी की ड्यूटी लगाई गई है। प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस मुख्यालय द्वारा सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को निर्देश जारी किए गए हैं कि कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव हुए पुलिसकर्मियों को सख्त ड्यूटी नहीं दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि 50 से ज्यादा उम्र के लोग संक्रमण की चपेट में जल्दी आ जाते हैं, इसलिए पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को देखते हुए उनकी ड्यूटी न लगाने का फैसला लिया गया है।
कोरोना की चपेट में आये 162 पुलिसकर्मी
एडीजी एलओ ने बताया कि कोरोना फर्स्ट और सेकेंड वेव से अब तक पूरे प्रदेश में कुल 162 पुलिसकर्मी शहीद हो चुके हैं। वर्तमान में 1979 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हैं। मार्च 2020 से अब तक 21 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं, जबकि राज्य में 29304 कंटेनमेंट जोन में कुल 33104 पुलिसकर्मी अभी ड्यूटी कर रहे हैं।
Published on:
26 May 2021 08:41 am
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