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पार्टी से निकाले जाने के बावजूद, अखिलेश का पलड़ा है मजबूत!

दो खेमों में बंट चुका है 'मुलायम का कुनबा’, अखिलेश का पलड़ा है मजबूत!

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Kaushlendra Singh

Dec 30, 2016

Yadav Pariwar

Yadav Pariwar

लखनऊ।
राजनीति में अर्द्धशतक के करीब पहुंच चुके मुलायम सिंह यादव ने अपनी पार्टी को 25 साल भी नहीं चला सके। 24 साल दो महीने और 26 दिन के बाद समाजवादी पार्टी आखिरकार टूटने के कगार पर पहुंच चुकी है। अखिलेश और रामगोपाल यादव को पार्टी से 6-6 साल के लिए निष्काषित करने के बाद साफ जाहिर हो रहा है कि सपा में दो धड़े हो चुके हैं। इसके अलावा यादव परिवार अब दो खेमों में बंट चुका है। एक खेमा अखिलेश के साथ खड़ा नजर आ रहा है तो दूसरा शिवपाल के साथ। आइए नजर डालते हैं कि यादव परिवार का कौन सदस्य किस खेमे में है...


अखिलेश की टीम

डिंपल यादव

अखिलेश के खेमे में सबसे पहले जिक्र होगा डिंपल यादव का। डिंपल मुख्यमंत्री की अर्द्धांगिनी हैं। डिंपल तमाम कार्यक्रमों में अखिलेश के साथ नजर आती हैं। वे कन्नौज से सांसद भी हैं।


राम गोपाल यादव

मुलायम सिंह यादव के चचेरे भाई और समाजवादी पार्टी के राष्ट्‌रीय महासचिव। फिलहाल राज्य सभा सांसद। अमर सिंह की वापसी से नाराज, नेता जी और अखिलेश समर्थकों को जता चुके हैं अपना रुख। इस वक्त अखिलेश के साथ।


अक्षय यादव

29 साल के अक्षय यादव राम गोपाल यादव के बेटे हैं। वह फिरोजाबाद से सांसद हैं। अरविंद सिंह यादव पर हुई शिवपाल की कार्रवाई के बाद अपनाए बगावती तेवर। अपने पिता रामगोपाल के साथ मजबूती के साथ खड़े।


धर्मेंद्र यादव

38 साल के धर्मेंद्र मुलायम के भाई अभय राम के बेटे हैं। वह बदायूं से सांसद हैं। विवाद के दौरान अक्सर अखिलेश के साथ खड़े नजर आए।


संध्या यादव

38 साल की संध्या मुलायम की भांजी हैं। वह मैनपुरी से जिला पंचायत की चेयरमैन हैं। सैफई में होने वाले सपा के कार्यक्रम की तैयारी करने में उनका अहम रोल रहता है।


तेज प्रताप सिंह यादव

27 साल के तेज मुलायम के पोते हैं। उनकी शादी लालू प्रसाद यादव की बेटी से हुई है। तेज प्रताप मैनपुरी से सांसद हैं। माना जाता है कि मुलायम मैनपुरी से प्रतीक को सांसद बनाना चाहते थे, लेकिन अखिलेश की जिद की वजह से ऐसा हो न सका। तेज प्रताप भी अखिलेश यादव के मुरीद।


मृदुला यादव

वह तेज प्रताप की मां है। 2015 में उन्हें सैफई की ब्लॉक प्रमुख बनाया गया था। वह फिलहाल दिल्ली में रहती हैं।


अरविंद सिंह

रामगोपाल के भतीजे, इस वक्त विधान सभा परिषद सदस्य हैं। शिवपाल सिंह यादव ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अनुशासनहीनता का आरोप लगा पार्टी से किया था बाहर। अखिलेश यादव के खुले समर्थक।


बिल्लू यादव

यह भी रामगोपाल के भतीजे हैं, करहाल से ब्लॉक प्रमुख का पद संभाल रहे हैं। बिजनेस में ज्यादा बिजी रहते हैं।


शिवपाल की टीम

प्रतीक यादव

इस टीम में सबसे पहले प्रतीक यादव का नाम आता है । 29 साल के प्रतीक मुलायम की दूसरी पत्नी साधना के लड़के हैं। वह राजनीति में ज्यादा एक्टिव नहीं हैं। रियल स्टेट का बिजनेस करते हैं और प्रदेश की राजधानी में एक जिम भी चलाते हैं।


अपर्णा यादव

26 साल की अपर्णा, प्रतीक यादव की पत्नी हैं। अपर्णा समाजसेवक हैं और फिलहाल उन्हें 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए लखनऊ जिले की कैंट विधानसभा सीट से प्रत्याशी भी बनाया गया है।

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आदित्य यादव

28 साल के आदित्य शिवपाल के बेटे हैं और फिलहाल प्रदेश के सहकारी संघ के चेयरमैन हैं। शिवपाल के चुनाव की जिम्मेदारी इन्हीं के कंधे पर होती है।


डॉ. अजंत सिंह यादव

62 साल के अजंत मुलायम और शिवपाल की बहन कमला देवी के पति हैं। वह इटावा के ब्लॉक प्रमुख हैं।

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