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यह है सरकारी नोटिस – इस घर में कोई नहीं आएं, यहां बाहरी व्यक्ति है

( Bihar News ) देश में मधुबनी ऐसा जिला बन गया है जहां प्रशासन ने कोरोना ( Corona ) वायरस के प्रति सावधान करने के लिए ( Unique idea of adminstration ) घर-घर सर्वे करवाने के बाद करीब 6 हजार 200 लोगों के घरों पर नोटिस लगवाएं हैं। इन घरों से कोई न कोई सदस्य जिले से बाहर नौकरी करने गया था।  

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यह है सरकारी नोटिस - इस घर में कोई नहीं आएं, यहां बाहरी व्यक्ति है

यह है सरकारी नोटिस - इस घर में कोई नहीं आएं, यहां बाहरी व्यक्ति है

मधुबनी(बिहार): ( Bihar News ) कोरोना वायरस ( Corona ) से निपटने के लिए इस जिले के प्रशासन ने एक अनोखा तरीका ( Unique idea of adminstration ) अपनाया है। प्रशासन ने बाहर से आए लोगों के घरों पर नोटिस लगवा कर अन्य लोगों को इनके घरों में नहीं आने के लिए ( Aware of outsiders ) आगाह किया है। देश में मधुबनी ऐसा जिला बन गया है जहां प्रशासन ने कोरोना वायरस के प्रति सावधान करने के लिए घरों मे सर्वाधिक नोटिस चस्पा किए हैं। प्रशासन ने घर-घर सर्वे करवाने के बाद करीब 6 हजार 200 लोगों के घरों पर नोटिस लगवाएं हैं। जिन घरों पर नोटिस चस्पां किए गए हैं, इनके डाटा से पता चला कि इन घरों से कोई न कोई सदस्य जिले से बाहर नौकरी करने गया था। इनके वापस घर पर आने पर प्रशासन ने यह कार्रवाई की है।

6200 घरों पर नोटिस
प्रशासन ने कोरोना के प्रकोप के प्रति आगाह करने के लिए घर-घर सर्वे करवा कर जानकारी एकत्रित की। इसके तहत ऐसे लोगों का ब्यौरा लिया गया, जिनके घर का कोई न कोई सदस्य बाहर से वापस आया है। ऐसे करीब 6200 लोगों की पहचान की गई। इसके बाद इनके घरों पर नोटिस लगवा दिए गए। प्रशासन का मानना है कि नोटिस लगने से इन घरों में आने-जाने वाले लोग इनसे दूरी बनाए रखेंगे, ताकि कोरोना का खतरा उत्पन्न ना हो। नोटिस में परिवार के सदस्यों की संख्या, बाहर से आने वाले व्यक्ति का नाम और बाहर रहने की तारीख अंकित की गई है। अन्य लोगों को ऐसे लोगों के सपंर्क से बचने की गुजारिश की गई है।

7 हजार होम क्वारेटाइन में
जिले के बाहर से आए करीब 7 हजार लोगों को प्रशासन ने 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन में रखा है। ये लोग 10 से 22 मार्च के बीच बाहर से आए हैं। चिकित्सा विभाग ऐसे लोगों की सतत निगरानी कर रहा, ताकि वायरस के लक्षण दिखने पर उसे अलग करके उपचार कराया जा सके। क्वारेंटाइन में रखे गए लोगों का डाटा भी चिकित्सा विभाग ने रखा है।