सूत्रों के अनुसार विदेश सचिव एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के अपने समकक्ष को यह संदेश प्रेषित किया है कि वह उनके साथ बातचीत के लिए इस्लामाबाद आने को तैयार है, लेकिन यह बातचीत सिर्फ सीमापार आंतकवाद पर होनी चाहिए। सूत्रों के अनुसार जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात सीमापार आतंकवाद का परिणाम हैं, इसलिए बातचीत इस पर ही केन्द्रित होनी चाहिए। पाकिस्तान को यह भी बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति को लेकर पाकिस्तान की ओर से लगाए जा रहे आरोपों को भारत सरकार पूरी तरह खारिज करती है।
कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और पाकिस्तान को इस मामले में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। सूत्रों के अनुसार इस आशय का पत्र इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावाले ने बुधवार को पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को सौंपा।
पाकिस्तान ने भेजा है न्यौता आपको बता दें कि पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज चौधरी ने सोमवार को इस्लामाबाद में भारत के हाई कमिश्नर गौतम बंबेवाला को बुलाकर विदेश सचिव एस. जयशंकर के लिए एक चिट्ठी भेजी थी, जिसमें जयशंकर को इस्लामाबाद आकर जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बात करने का न्योता दिया गया था।
विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने भी यही बयान दिया था। इस पर भारत ने साफ कर दिया है कि कश्मीर पर पाकिस्तान से कोई बात होगी तो वो पीओके पर होगी।