न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने ‘चमेलेऑन इफेक्ट’ का डॉक्यूमेंटेशन किया। यह तब घटित होता है, जब लोग एक-दूसरे के व्यवहार की नकल करते हैं। यह नकल पसंद की ओर इंगित करती है। इसी अध्ययन से यह भी पता लगता है कि पसंद करने की सोच प्रतिभागी की स्पीड और एनर्जी पर काफी हद तक निर्भर करती है। अगर उनका बॉडी मूवमेंट खुद पर भरोसा के रूप से झलकता है तो आप खुद को बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर पाते हैं। यह आपकी सोच से कहीं ज्यादा प्रभावी होता है। अगर आप अपने जीवन में अपने आस-पास के लोगों को प्रभावित करना चाहते हैं तो हमेशा ऊर्जावान नजर आना आपके लिए बेहद आवश्यक है।
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हाल ही में हुए एक अध्ययन से साबित होता है कि यदि आप किसी से पहली बार मुस्कुराते हुए मिलते हैं तो इस बात की काफी संभावनाएं हैं कि वह आपको लंबे समय तक याद रखेगा। यूनिवर्सिटी ऑफ ड्यूसबर्ग-एस्सन के एक अध्ययन के मुताबिक जब आप किसी से मुस्कुराते हुए बातचीत करते हैं तो सामने वाला सकारात्मक महसूस करता है। आप चाहते हैं कि दुनिया आपको पसंद करने लग जाए तो लोगों से मुस्कुराकर मिलना शुरू कर दें। मुस्कुराहट अनमोल होती है। इसमें आपका कोई पैसा खर्च नहीं होता है, बल्कि ढेरों खुशियां मिलती हैं।
यह इस बारे में नहीं है कि आप क्या कहते हैं। यह इस बारे में ज्यादा है कि आप किस तरह से अपनी बात कहते हैं। 2014 में जर्नल पीलोस वन में प्रकाशित एक पेपर के अनुसार जो महिला और पुरुष ऊंची टोन में बात करते हैं, उन पर लोग ज्यादा भरोसा करते हैं और उन्हें ज्यादा पसंद किया जाता है। इसलिए बोलने के लहजे को सुधारें।
‘मेरे एक्सपोजर इफेक्ट’ के मुताबिक लोग उन्हें ज्यादा पसंद करते हैं, जिन्हें वे अच्छी तरह से जानते हैं। इसलिए आपको लोगों के साथ ज्यादा समय गुजारना चाहिए, तभी आप सबके पसंदीदा बन सकते हैं। इसे साबित करने के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग के शोधकर्ताओं ने चार महिलाओं को स्टूडेंट के तौर पर यूनिवर्सिटी की साइकोलॉजी क्लास में भेजा। हर महिला क्लास में अलग-अलग समय तक रही। जब शोधकर्ताओं ने 130 स्टूडेंट्स को चारों महिलाओं की पिक्चर दिखाई तो स्टूडेंट्स ने उस महिला को सबसे अच्छा बताया, जिसे उन्होंने अपनी क्लास में सबसे ज्यादा बार देखा था, हालांकि उन्होंने महिला से कोई बात नहीं की थी। इसलिए किसी खास ग्रुप का पसंदीदा बनने के लिए लगातार उनकी नजर में आना जरूरी है, तभी बात बन सकती है। अगर आप लोगों की निगाह में नहीं रहेंगे तो उनके दिमाग से भी गायब हो जाएंगे, जो आपके लिए अच्छा नहीं होगा।
जर्नल ‘सोशल इन्फ्यूएंस’ में 2007 में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक जो लोग मिलते ही हाथ मिलाते हैं या कंधे पर जोश से हाथ रखते हैं, वे लोगों के चहेते बन जाते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ मिसिसिपी के एक अध्ययन से भी साबित हुआ है कि अगर आप बातचीत के दौरान अपने हाथों को सामने वाले के कंधों या पीठ पर रखते हैं तो उसके अंदर आपके प्रति भरोसा पैदा होता है।