जब भी कोई बिजनेस विफल होता है तो उसका एक कारण ईगो जरूर होता है। बिजनेस की दुनिया में आत्मविश्वास होना बहुत जरूरी है। इससे आप अपनी क्षमताओं पर यकीन करते हुए आगे बढ़ते हैं। वहीं, ईगो आने पर आप सिर्फ और सिर्फ खुद के हितों के बारे में सोचते हैं। इससे आपको लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ती है। आप ऐसे छोड़ सकते हैं ईगो –
टीम को आजादी दें
माना कि आपके लिए आपका बिजनेस एक बच्चे की तरह है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप ही सारा काम करें। आपको यह समझना होगा कि कुछ काम ऐसे भी हैं जो दूसरे लोग आपसे बेहतर कर सकते हैं। अत: अपने ईगो को एक तरफ रखें और अपनी टीम को काम की आजादी दें।
दूसरों से तुलना न करें
बिजनेस की दुनिया में अक्सर एक-दूसरे से तुलना की जाती है। अगर आप भी दूसरों के बारे में यह कहते हैं कि आप उससे बेहतर हैं और वह सफलता के लायक नहीं है तो यह आपके ईगो को दर्शाता है। सफलता चाहते हैं तो दूसरों के बजाय खुद के बिजनेस पर ध्यान दें।
खुद को बेस्ट न समझें
एटीट्यूड ही सब कुछ होता है। यही आपके बिजनेस को सफल या विफल बनाता है। अगर आप खुद को सबसे बेहतर समझते हैं तो यह आपका ईगो है। जरूरी है कि आप अपने अनुभवों को साझा करें लेकिन सिर्फ सफलता को नहीं, अपने संघर्षों को भी याद करें।