यह बॉस का कुदरती व्यवहार हो सकता है। आप बॉस को ऑब्जर्व करें। पता करें कि क्या वह आपके साथ ही ऐसा कर रहा है या किसी अन्य के साथ भी ऐसा हो रहा है। अगर आपको इसमें कोई पैटर्न नजर आता है तो यह आपके बॉस का नॉर्मल व्यवहार भी हो सकता है। आपको बॉस के व्यवहार के अनुरूप ही काम करना चाहिए।
आप आगे बढक़र अपने बॉस के पास जाएं और उनसे अपनी परफॉर्मेंस के बारे में फीडबैक लें। किसी भी बॉस के लिए फीडबैक सेशन्स को इग्नोर करना मुश्किल है। इससे न केवल एम्प्लॉई को अपने काम को सुधारने का मौका मिलता है, बल्कि बॉस के साथ नियमित कनेक्शन भी बनता है। यह लंबे समय के लिए एम्प्लॉई के लिए फायदेमंद साबित होता है।
आप यह न सोचें कि टीम में आपकी जरूरत नहीं है, बल्कि यह समझने की कोशिश करें कि बॉस के रूखे व्यवहार के पीछे असली कारण क्या है। आपको संवाद की हर लाइन को खुला रखना चाहिए। आपको अपनी आलोचना के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों पर ज्यादा फोकस नहीं करना चाहिए।
हो सकता है कि वर्कप्लेस पर आपका बॉस आपके काम को इग्नोर करने की कोशिश करे। पर आपको अपने काम के बारे में स्पष्ट विचार रखने चाहिए। आपको हर काम की टाइमलाइन और अपने रिजल्ट्स के बारे में डॉक्यूमेंट्स तैयार करने चाहिए। आपको काम से पैदा हुए प्रभाव को सही तरह से दर्शाना चाहिए।
हर कंपनी में एम्प्लॉइज को अपनी बात को कहने के लिए कई तरीके होते हैं, जहां वे अलग-अलग मुद्दों पर अपनी बात कह सकते हैं। आपको फीडबैक मैकेनिज्म का इस्तेमाल करना चाहिए। हेल्प डेस्क, स्किप लेवल मीटिंग्स, एम्प्लॉई सेटिस्फिकेशन सर्वे के माध्यम से अपनी बात को अधिकारियों के सामने रखें।