स्कूली शिक्षा से ही होंगे बदलाव
एक्सपर्ट्स के अनुसार रोजगारपरक शिक्षा मुहैया कराने को लेकर बदलाव की जरूरत है। इस संबंध में काम भी किए जा रहे हैं। वर्तमान में जो हालात हैं, उसमें इन्हें जल्द से जल्द इम्प्लीमेंट करने की जरूरत है। ये स्कूली शिक्षा के साथ ही शुरू की जानी चाहिए।
ये हो सकते हैं क्षेत्र
इंटीरियर डिजाइनिंग, एनीमेशन और मल्टीमीडिया कोर्स, कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग, योग, जिम इंस्ट्रक्टर, कृषि की आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने वाले कोर्स में जा सकते हैं।
आपदा के बाद बदल गई जरूरतें
एक्सपर्ट्स के अनुसार आपदा के साथ जरूरते बदलती हैं। उसी आधार पर पाठ्यक्रमों का चुनाव किया जाना चाहिए। वर्तमान में ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां विद्यार्थियों की संख्या कम हो गई है, लेकिन जरूरत सबसे ज्यादा हैं, इनमें पॉलिटेक्निक हो चाहे मूलभूत जरूरतों को पूरा करने वाले कोई काम। इनसे आय के बेहतर साधन हासिल किए जा सकते हैं। अब युवाओं को बड़े टागरेट के बजाय हुनर के बारे में सोचना चाहिए।