
नई दिल्ली।अमरीका और चीन के बीच व्यापार को लेखर बढ़ती तल्खी का असर अब दुनियाभर के इक्विटी बाजार पर भी देखने को मिल रहा है। ट्रेड वॉर को सबसे अधिक बुरा प्रभाव चीनी इक्विटी बाजार में देखने को मिल रहा है। चीनी बाजार में विदेशी निवेशकों का भरोसा उठता जा रहा है। बीते एक सप्ताह में चीनी बाजार के विदेशी निवेशकों ने औसतन हर दिन 558 मिलियन डॉलर (करीब 3,904 करोड़ रुपए) बाजार से निकाला है। ब्लूमबर्ग के डेटा के मुताबिक, चीनी बाजार में साल 2016 में शेनजेन कनेक्ट के बाद यह सबसे बड़ी बिकवाली है।
एक माह में डूबे 18 हजार करोड़ रुपए
अप्रैल माह के शुरुआत से ही चीनी बाजारों में यह बिकवाली देखने को मिल रही है। बीते एक माह में कुल 18 अरब युआन (करीब 18 हजार करोड़ रुपए) की बिकवाली रही है। ट्रेड वॉर को लेकर चिंता अब बाजार पर साफ दिखाई दे रहा है। बता दें कि आज से ही अमरीका ने चीन पर 200 अरब डॉलर का अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है। अमरीका ने चीनी सामानों पर टैरिफ को 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिन फ्लोरिड की एक रैली में कहा कि चीनी नेताओं ने डील तोड़ी है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि सब ठीक हो जाएगा। चीन इस संबंध में बात करने के लिए अपने प्रतिनिधीयों को वॉशिंगटन भेजने वाला है, ताकि इस मुद्दे पर चर्चा हो सके।
दुनियाभर के बाजार में आई बिकवाली का दौर
कैपिटल मार्केट के एक जानकार ने कहा, "अमरीका-चीन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए विदेशी निवेशको ने समय रहते अपने मुनाफे के साथ अपनी पूंजी निकाल लिया है। कई इंडेक्सेज में भारी गिरावट विदेशी आउटफ्लो ही है।" उल्लेखनीय है कि सिंगापुर एसजीएक्स निफ्टी में भी गिरावट देखने को मिली है। भारती घरेलू बाजार में लगातार चार दिनों से बिकवाली का माहौल देखने को मिल रहा हैै। गुरुवार को एक बार फिर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 150 अंक लुढ़ककर और निफ्टी 50 भी 40 अंक लुढ़ककर खुला।
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Published on:
09 May 2019 02:37 pm
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