
Vegetable price hike in Corona era, potato crosses 50 rupees
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के दौर ( coronavirus Era ) में जहां लोगों की नौकरी जाने के अलावा आमदनी कम हो गई है, वहीं दूसरी ओर सब्जियों के दाम ने उनके सिरदर्द को और ज्यादा बढ़ा दिया है। हरी सब्जियों के अलावा आलू, प्याज टमाटर की कीमत में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। खासकर आलू के थोक दाम ( Potato Price Hike ) में 150 फीसदी की जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। जिसकी वजह से कीमत 50 रुपए प्रति किलो के पार चली गई है। कुछ ऐसा ही हाल प्याज और टमारटर का भी देखने को मिल रहा है। घर का बजट हिल गया है और आम लोगों के गुलाबी मौसम में भी पसीने छूट रहे हैं। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर थोक कीमत में इजाफा होने से खुदरा दामों में कितना असर देखने को मिला है।
आलू, टमाटर और प्याज की कीमत में इजाफा
एशिया में फलों और सब्जियों की सबसे बड़ी मंडी दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में शनिवार को आलू का थोक भाव 13 रुपये से 52 रुपये प्रति किलो था। बीते दो महीने में आलू के थोक दाम में 50 से 150 फीसदी तक की वृद्धि हुई है। प्याज का थोक भाव आजादपुर मंडी में 10 रुपए से 20 रुपये प्रति किलो और टमाटर का 13 रुपए से 52 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया। थोक कारोबारियों ने बताया कि आवक कम होने की वजह से आलू, प्याज, टमाटर व अन्य सब्जियों के दाम में इजाफा हुआ है। बीते तीन महीने में तमाम हरी सब्जियों की कीमतें दोगुनी-तिगुनी तक बढ़ गई, जिससे आम लोगों के लिए सब्जी खाना मुश्किल हो गया है। आम लोगों की मानें तो पहले जितनी सब्जियां 100 से 200 रुपये में आती थीं, उतनी के लिए अब 300 से 400 रुपये खर्च करना पड़ता है।
आलू की कीमतों पर सरकार भी चिंतित
आलू के दाम में हो रही बढ़ोतरी से सरकार भी चिंतित है। जानकारी के अनुसार गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बीते सप्ताह मंत्रिसमूह की बैठक में भी आलू की महंगाई को लेकर चर्चा हुई। आपको बता दें कि कोरोना काल में मोदी सरकार ने अध्यादेश लाकर किसानों के हित में तीन महत्वपूर्ण कानूनी सुधारों को अमलीजामा पहनाया, जिनमें आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन भी शामिल है। इस संशोधन के जरिए आलू, प्याज, दलहन, तिलहन व खाद्य तेल को आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे से हटा दिया है।
फसल में देरी होने से आलू की कीमत में इजाफा
आजादपुर मंडी कृषि उपज विपणन समिति के पूर्व चेयरमैन राजेंद्र शर्मा ने बताया कि बरसात के कारण आलू की फसल लगने और तैयार होने में विलंब होने के अंदेशे से कीमतों में इजाफा हो रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि कोल्ड स्टोरेज में आलू के स्टॉक में कमी नहीं है, लेकिन बरसात के कारण अगली फसल में विलंब होने के अंदेशे से कीमतों में तेजी आई है। उन्होंने बताया कि आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में भारी बारिश के कारण प्याज की तैयार फसल खराब होने से प्याज के दाम में भी तेजी आई है।
देश की राजधानी दिल्ली सब्जियों के खुदरा दाम
| सब्जियां | कीमत ( रुपए प्रति किलो में ) |
| आलू | 40-50 |
| फूलगोभी | 150 |
| बंदगोभी | 50 |
| टमाटर | 70-80 |
| प्याज | 30-40 |
| घीया | 40 |
| भिंडी | 60 |
| खीरा | 40 |
| कद्दू | 40 |
| बैंगन | 60 |
| शिमला मिर्च | 80 |
| पालक | 80 |
| कच्चा पपीता | 40 |
| कच्चा केला | 50 |
| तोरई | 40 |
| करेला | 60 |
| परवल | 80-100 |
| लोबिया | 60 |
| अरबी | 40 |
| अदरक | 200 |
| लहसन | 200 |
Published on:
07 Sept 2020 08:30 am
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