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साइबर ठग इस बार एनएसजी कमांडो बन गया और उसने स्कूटी बेचने के नाम पर एक मैनेजर से आनलाइन 72 हजार की ठगी कर ली। मैनेजर ने जब एनएसजी कमांडो बने साइबर ठग के एकांउट में रूपये डाल दिए और उसे फोन किया तो मोबाइल बंद आया इसके बाद उसे अपने साथ ठगी का एहसास हुआ तो थाने और साइबर सेल में ठगी की शिकातय दर्ज कराई है। ठग ने ओएलएक्स के स्थान पर अब ठगी के लिए दूसरी आनलाइन शापिंग वेबसाइट का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
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शास्त्रीनगर निवासी आकाश वर्मा एक विदेशी कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। वे फेसबुक मार्केट प्लेस पर खरीदारी करते रहते हैं। उनको एक स्कूटी की जरूरत थी तो उन्होंने स्कूटी खरीदने के लिए इसी प्लेटफार्म पर उसकी तलाश शुरू की। इसी पर विनीत नामक युवक ने खुद को एनएसजी कमांडो बताते हुए आकाश से अपनी स्कूटी बेचने की बात कही। ऑनलाइन बातचीत के बाद दोनों ने वीडियो कॉल भी कर ली। आकाश को विश्वास हो गया कि युवक एनएसजी कमांडो है और मानेसर में तैनात है। इसके बाद आकाश ने बताए गए खाते में 15 से 20 हजार रुपये ट्रांजक्शन करते हुए कुल 72 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके साथ ही दूसरी ओर से आरोपी ठग ने आकाश को कुछ फर्जी रसीद भेज दी। चार दिन बाद भी जब स्कूटी के संबंध में कोई अपडेट नहीं मिला तो आकाश ने उसके नंबर पर फोन किया। नंबर बंद मिला तो शक होने पर आकाश ने पुलिस से संपर्क किया।