टोल कर्मचारियों के मुताबिक, लोगों को इस दौरान फास्टैग को लेकर जागरूक किया जाएगा। टोल प्लाजा पर निजी एजेंसियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे, जो फास्टैग की औपचारिकता पूरी करेंगे। वहीं कुछ बैंकों ने भी अपने कैंप लगाए हैं। इस समय सिवाया टोल पर दो लेन को बिना फास्टैग वाली गाड़ियों के लिए छोड़ा गया है। इसी तरह प्रदेश के अन्य टोल प्लाजा पर भी सभी लेन को फास्टैग वाला किया जा रहा है।
बता दें कि सिवाया टोल प्लाजा पर रोज करीब 35 हजार से अधिक गाड़ियां गुजरती हैं। इनमें से करीब 5 हजार गाड़ियां बिना फास्टैग वाली होती हैं। नई गाड़ियों में तो फास्टैग लगा हुआ आ रहा है, लेकिन पुरानी गाड़ियों में इसकी उपलब्धता नहीं है। पेटीएम, एयरटेल से लेकर एनएचएआई की तरफ से फास्टैग मुहैया कराया जा रहा है। एआरटीओ प्रशासन श्वेता वर्मा ने बताया कि जिन्हें रेगुलर जिले से बाहर नहीं जाना होता है, उन्होंने फास्टैग की सुविधा नहीं ली है। कामर्शियल गाड़ियों को फास्टैग लग गए हैं। अब लोगों को फास्टैग लगवाना होगा। वरना दो गुना टोल देना होगा।