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21वीं सदी को मुंह चिढ़ातीं अंधविश्वास की ये घटनाएं लोगों को हो रही आंखों में जलन दशहरा पर प्रदूषण के रावण ने मेरठवासियों के स्वास्थ्य को भी बुरी तरीके से प्रभावित किया। मेरठ में रविवार अक्टूबर का सर्वाधिक प्रदूषित दिन रहा। रात होते ही आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी होने लगी। दोपहर बाद से हवा की गुणवत्ता में आई गिरावट से हालात बिगड़ गए। आने वाले दिनों में प्रदूषण से स्थिति और बिगड़ने की आशंका है। अगले कुछ दिनों में मेरठ की हवा की गुणवत्ता और गिरेगी और इसके अत्यधिक खराब श्रेणी में पहुंचने की आशंका व्यक्त की गई है।
24 घंटे में बढ़ा प्रदूषण बता दें कि शनिवार को मेरठ का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई 290 था, जो खराब स्तर पर था। रविवार को एक्यूआई 374 के स्तर पर पहुंच गया। यानी 24 घंटे में प्रदूषण सूचकांक में 73 अंकों की बढ़ोतरी हुई। प्रदूषण का स्तर खराब से अत्यधिक खराब स्तर पर पहुंच गया। इसके लगातार संपर्क में रहने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है।
पिछले सात वर्षों में दशहरे पर रहा प्रदूषण 13 अक्टूबर 2013 314
3 अक्टूबर 2014 325
22 अक्टूबर 2015 335
11 अक्टूबर 2016 341
30 सितंबर 2017 329
19 अक्टूबर 2018 339
8 अक्टूबर 2019 340
25 अक्टूबर 2020 374