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रेड जोन में शामिल इस जनपद में यूपी बोर्ड की कॉपियां जांचने का काम शुरू, शिक्षकों को बरतनी पड़ रही ये सावधानी सोमवार को 1500 श्रमिकों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बिहार भेजा जाना था। इस दौरान श्रमिक अपने परिवार के साथ सुबह सात बजे से ही स्टेशन पर पहुंच गए थे, लेकिन स्टेशन पर अव्यवस्था का आलम ये था कि श्रमिक एक दूसरे पर गिरे जा रहे थे। कोई भी व्यवस्था संभालने वाला नहीं था। स्थानीय पुलिस प्रशासन इसकी जिम्मेदारी रेलवे पर डाल रहा था और रेलवे स्थानीय प्रशासन पर। इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक आरपी शर्मा ने सोमवार को कहा भी था उनको कोई सहयोग नहीं मिला है। वहीं स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारी से बचते दिखाई दिए। जिससे सोशल डिस्टेंस की खूब धज्जियां उड़ी।
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क्वारंटाइन सेंटर में बदइंतजामी का वीडियो हुआ वायरल, ठहरने से लेकर खाने तक की व्यवस्था पर उठाए सवाल मंगलवार को रेलवे मुख्यालय ने मेरठ स्टेशन में हुई इस लापरवाही को संज्ञान में लेते हुए स्टेशन अधीक्षक और टीआई को सस्पेंड कर दिया। बता दें कि स्टेशन अधीक्षक का रिटायरमेंट भी नजदीक ही है। इस बारे में जब आरपी शर्मा से बात की गई उनका कहना था। स्टेशन के बाहर की व्यवस्था बनाए जाने की जिम्मेदारी लोकल पुलिस की होती है। जिसने सोमवार को अपनी कोई जिम्मेदारी नहीं समझी। स्टेशन के भीतर व्यवस्था बिल्कुल दुरुस्त थी। इसको लेकर उन्होंने कई बार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से भी बात की, लेकिन किसी ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया।