‘Boat ambulance वरदान से कम नहीं’ इस लॉकडाउन ( Lockdown in odisha ) में हर किसी को कोई न कोई समस्या जरूर हुई है। लेकिन, केन्द्रपारा जिले के ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को यातायात को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाटीघर ( Batighar ) के रहने वाले अर्जुन मंडल ( Arjun Mandal ) का कहना है कि हमारे यहां समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ( Community Health Centre ) 20 किलोमीटर दूर Mahakalapada में स्थित है। ऐसे में बोट एंबुलेंस ( Boat Ambulance ) हमारे लिए किसी वरदान से कम नही हैं। उन्होंने कहा कि इसकी मदद से हम कम से कम हॉस्पिटल तक आसान से पहुंच जाते हैं। खासकर, लॉकडाउन को लेकर जिस तरह के हालात हैं।
‘ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्था खराब’ खरिनाशी ( Kharinashi ) ग्राम पंचायत के सरपंच नारायण हलधर ( Narayan Haldar ) ने कहा कि जिले के दूरदराज के गांवों में स्वास्थ्य सेवा इस हद तक खराब हो गई है कि लोगों ने विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए क्वैक की मदद ली। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को परिवहन ( Transport Service ) सुविधाओं के अभाव में स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचना काफी कठिन है। लेकिन, नाव एम्बुलेंस ने इन गांवों में लोगों की चौखट तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाई है। वहीं, मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी ( Chief district medical officer ) उर्मिला मिश्रा ( Urmila Mishra ) का कहना है कि स्वास्थ्य पेशेवरों ने एम्बुलेंस के जरिए दूर-दराज और समुद्र किनारे बसे इलाकों में जाकर कोरोना वायरस के बारे में जागरूकता शिविर आयोजित किए हैं। जिससे लोगों को काफी फायदा भी मिला है।
Coronavirus को लेकर लोगों को किया गया जागरूक- Urmila Mishra उर्मिला मिश्रा ने कहा कि हमने ग्रामीणों के बीच मास्क, ग्लब्स और सेनेटाइजर वितरित किए और उन्हें COVID -19 से लड़ने के लिए सामाजिक भेद और स्वच्छता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने लोगों से COVID-19 के किसी भी लक्षण को दिखने पर तुरंत जांच की सलाह दी है। यहां आपको बता दें कि हाल ही में अम्फान चक्रवाती तूफान के कारण ओडिशा में काफी तबाही भी मची है। गौरतलब है कि ओडिशा में कोरोना संक्रमतितों का आंकड़ा 2608 पहुंच गया है, इनमें 1604 लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि, 8 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है।