scriptLockdown: Odisha में बोट एंबुलेंस बना वरदान, Kendrapara जिले में लोगों को ऐसे मिल रही मदद | Boat ambulance comes as a lifeline for remote riverside villages in Odishas Kendrapara | Patrika News

Lockdown: Odisha में बोट एंबुलेंस बना वरदान, Kendrapara जिले में लोगों को ऐसे मिल रही मदद

locationनई दिल्लीPublished: Jun 06, 2020 03:20:54 pm

Submitted by:

Kaushlendra Pathak

Coronavirus को लेकर देश में Lockodwn
लॉकडाउन में Odisha में बोट एंबुलेंस ( Boat Ambulance ) बना वरदान
बोट एंबुलेंस के जरिए लोगों को पहुंचाया जा रहा है स्वास्थ्य केन्द्र

Boat ambulance comes as a lifeline for remote riverside villages in Odishas Kendrapara

बोट एंबुलेंस से लोगों को पहुंचाया जा रहा है स्वास्थ्य केन्द्र।

नई दिल्ली। पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस ( coronavirus ) से जूझ रहा है। COVID-19 को लेकर देश में लॉकडाउन ( Lockodwn ) लागू है। वहीं, एक जून से लॉकडाउन 5.0 ( Lockdown 5.0 ) शुरू है, जिसकी मियाद 30 जून तक की है। लॉकडाउन ( Lockodnwn in India) के कारण लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर, ग्रामीण ( Rural Area ) और दूर-दराज के इलाकों सबसे ज्यादा परेशानी है। इसी कड़ी में ओडिशा ( Odisha ) के केंद्रपारा ( Kendrapara ) जिले के ग्रामीण इलाकों में यातायात को लेकर लोगों के सामने बड़ी समस्या है। ऐसे में उनकी मदद के लिए बोट एंबुलेंस ( Boat Ambulance ) किसी वरदान से कम नहीं है।
‘Boat ambulance वरदान से कम नहीं’

इस लॉकडाउन ( Lockdown in odisha ) में हर किसी को कोई न कोई समस्या जरूर हुई है। लेकिन, केन्द्रपारा जिले के ग्रामीण इलाकों में रहने वालों को यातायात को लेकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाटीघर ( Batighar ) के रहने वाले अर्जुन मंडल ( Arjun Mandal ) का कहना है कि हमारे यहां समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ( Community Health Centre ) 20 किलोमीटर दूर Mahakalapada में स्थित है। ऐसे में बोट एंबुलेंस ( Boat Ambulance ) हमारे लिए किसी वरदान से कम नही हैं। उन्होंने कहा कि इसकी मदद से हम कम से कम हॉस्पिटल तक आसान से पहुंच जाते हैं। खासकर, लॉकडाउन को लेकर जिस तरह के हालात हैं।
‘ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्था खराब’

खरिनाशी ( Kharinashi ) ग्राम पंचायत के सरपंच नारायण हलधर ( Narayan Haldar ) ने कहा कि जिले के दूरदराज के गांवों में स्वास्थ्य सेवा इस हद तक खराब हो गई है कि लोगों ने विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए क्वैक की मदद ली। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को परिवहन ( Transport Service ) सुविधाओं के अभाव में स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचना काफी कठिन है। लेकिन, नाव एम्बुलेंस ने इन गांवों में लोगों की चौखट तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाई है। वहीं, मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी ( Chief district medical officer ) उर्मिला मिश्रा ( Urmila Mishra ) का कहना है कि स्वास्थ्य पेशेवरों ने एम्बुलेंस के जरिए दूर-दराज और समुद्र किनारे बसे इलाकों में जाकर कोरोना वायरस के बारे में जागरूकता शिविर आयोजित किए हैं। जिससे लोगों को काफी फायदा भी मिला है।
Coronavirus को लेकर लोगों को किया गया जागरूक- Urmila Mishra

उर्मिला मिश्रा ने कहा कि हमने ग्रामीणों के बीच मास्क, ग्लब्स और सेनेटाइजर वितरित किए और उन्हें COVID -19 से लड़ने के लिए सामाजिक भेद और स्वच्छता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने लोगों से COVID-19 के किसी भी लक्षण को दिखने पर तुरंत जांच की सलाह दी है। यहां आपको बता दें कि हाल ही में अम्फान चक्रवाती तूफान के कारण ओडिशा में काफी तबाही भी मची है। गौरतलब है कि ओडिशा में कोरोना संक्रमतितों का आंकड़ा 2608 पहुंच गया है, इनमें 1604 लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि, 8 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है।
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