कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि यह हमला सत्तारूढ़ भाजपा समर्थकों द्वारा किया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पास तैनात पुलिस कर्मियों के बावजूद ये हमला हुआ। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिस्वास सुरक्षाकर्मियों की मदद से घटनास्थल से फरार होने में सफल रहे। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है।
प्रदीप किशोर देबबर्मन के इस्तीफे के बाद बिस्वास दिसंबर 2019 से कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष बने थे। यह हमला तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बिस्वास की अगुवाई में किए गए आंदोलन के दो दिन बाद हुआ है। अगरतला में महात्मा गांधी की प्रतिमा से राजभवन तक बिस्वास ने कांग्रेस मार्च की अगुवाई की थी।