डीएमआरसी ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मेट्रो स्टेशनों पर कई तरह के इंतजाम किए हैं। मेट्रो स्टेशन के साथ ही ट्रेनों में भी ज्यादा भीड़ नहीं हो, इसलिए सीमित संख्या में ही यात्री सफर कर पाएंगे। प्रत्येक मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की जांच की कड़ी व्यवस्था होगी।
हर मेट्रो स्टेशन पर सैनिटाइजर का इंतजाम होगा। इसे इस्तेमाल करने के लिए यात्रियों को हाथ नहीं लगाना होगा, बल्कि वहां पर तैनात कर्मचारी या सुरक्षा गार्ड यात्री को हाथों को सैनिटाइज करेगा।
यात्रा से पहले मेट्रो स्टेशन पर सभी लोगों को थर्मल स्कैनिंग की प्रक्रिया से होकर गुजरना होगा। इस दौरान अगर किसी शख्स को बुखार होगा या फिर कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण दिखाई देता है तो उसे चिकित्सकों के पास या होम क्वारंटाइन के लिए कहा जाएगा।
पहले की तरह सितंबर से शुरू होने वाली मेट्रो के सभी स्टेशन पर ट्रेनें ज्यादा देर तक रुकेंगी, ताकि यात्री फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ चढ़-उतर सकें। डीएमआरसी के मुताबिक, इंटरचेंज स्टेशन जहां पर अधिक भीड़ होगी, वहां ट्रेन को 20-30 सेकेंड अधिक समय के लिए रोका जाएगा। इंटरचेंज वाले स्टेशनों या फिर ज्यादा भीड़ वाले स्टेशनों पर 40 से 50 सेकेंड तक तक भी मेट्रो ट्रेनें रोकीं जाएगीं।
मेट्रो स्टेशन और मेट्रो में यात्री एक दूसरे से करीब 1 मीटर की दूरी बनाए रखनी होगी। इस नियम का पालन कराने की जिम्मेदारी खड़े हुए यात्री और बैठे हुए यात्री इस बात का ख्याल रखें। एक दूसरे से एक मीटर की दूरी रखे।
मेट्रो ट्रेन उन स्टेशनों पर नहीं रुकेगी, जहां पर ज्यादा भीड़ होगी या फिर नियमानुसार पहले से ट्रेन में कोई जगह नहीं हो। साथ ही मेट्रो की यात्रा करने के दौरान कोई भी यात्री में कोरोना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें मेट्रो से यात्रा करने से मनाही की जाएगी।
मेट्रो स्टेशन के साथ ट्रेन यात्रा के दौरान लोगों को शारीरिक दूरी का नियम मानना होगा। मेट्रो स्टेशन के भीतर सुरक्षा जांच के दौरान यात्रियों को खुद बेल्ट, पर्स और बैग खोलकर चेक कराना होगा।