इन अकाउंट पर कार्रवाई –
ट्विटर ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को हर कदम की जानकारी दी है, जो निम्रवत है। कुछ अकाउंट को पूरी तरह सस्पेंड कर दिया है जबकि कुछ को जियो ब्लॉक यानी इंडिया में एक्सेस पर बैन किया है।
इसलिए अनब्लॉक किया: ट्विटर –
ट्विटर ने कहा कि सरकार के आदेश के बाद कई अकाउंट को ब्लॉक कर दिया था। लेकिन जांच में पाया कि उनका कंटेंट भारतीय कानून के मुताबिक ही है। इसलिए उन्हें फिर से अनब्लॉक कर दिया गया। क्या न्यूज मीडिया के खाते भी ब्लॉक लिस्ट में थे? यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। क्योंकि ट्विटर ने अपने जवाब में स्पष्ट किया है कि उसने न्यूज मीडिया से जुड़े खातों को ब्लॉक नहीं किया है, क्योंकि यह भारतीय कानून के खिलाफ होता। तो सवाल यही है कि क्या सरकार ने न्यूज मीडिया से जुड़े लोगों के खातों को भी ब्लॉक करने के लिए कहा था, हालांकि सरकार ने अभी तक इस पर कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा है।
सरकार को दिख रहा ‘कू’ में सहारा –
केंद्र सरकार को कू में अब सहारा दिखाई दे रहा है। रेलमंत्री पीयूष गोयल, सूचना और प्रोद्योगिकी मंत्रालय, मायजीओवी, निक, इंडिया पोस्ट, उमंग ऐप, डिजि लॉकर, सेंट्रल बोर्ड ऑफ टैक्सेज कू पर हैं। भाजपा नेताओं से कू पर अकाउंट बना जुडऩे की अपील की है।
विवाद की वजह …
500 के करीब अकाउंट का एक्सेस भारत में बैन
257 हैंडल से आपत्तिजनक पोस्ट
126 अकाउंट्स को ट्विटर ने पहले ब्लॉक किया
1,178 हैंडल्स पर खालिस्तान से जुड़ाव का शक
583 अकाउंट्स ब्लॉक किए
69(3) आइटी एक्ट के उल्लंघन पर जेल की धमकी
अब तक की कार्रवाई –
हिंसा, उत्तेजक, भड़काऊ सामग्री रोकने के लिए कदम उठाए
ऐसे हैशटैग ट्रेंड करने से रोका, खोजने, अनुशंसा पर रोक
ट्विटर नियमों के उल्लंघन पर अकाउंट स्थायी रूप से बंद
भड़काऊ, हिंसा व गलत ट्वीट वाले अकाउंट ब्लॉक किए
क्या है विवाद –
किसानों के समर्थन में ट्वीट के मामले में सरकार ने 580, फिर 1178 अकाउंट बंद करने का आदेश दिया था, ट्विटर ने कुछ अकाउंट पर ही कार्रवाई की। सरकार ने चेताया कि इस मनमानी पर जेल भेजा जा सकता है।