33 लाख श्रमिकों में से 81 फीसदी महिलाएं
रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2004—05 से लेकर 2012—13 के बीच 3 करोड़ 33 लाख श्रमिकों में से 2 करोड़ 70 लाख (81 प्रतिशत) महिलाओं ने काम छोड़ा। जबकि इस दौरान केवल छह लाख (19 प्रतिशत) पुरुष श्रमिक थे। काम छोड़ने वाली 2 करोड़ 70 लाख महिलाओं में से पांच लाख महिलाएं गैर कृषि क्षेत्र में शामिल हो गई। बाकी महिलाओं ने पूरी तरह से कार्य छोड़ दिया। दूसरी ओर जिन पुरुषों ने खेती से नाता तोड़ा वो किसी और श्रेत्र में शामिल हो गए।
जागरूकता और शिक्षा भी है प्रमुख कारण
रिपोर्ट में पाया गया है कि महिलाएं अब जागरूक होने के साथ—साथ शिक्षित हो रही है। इसलिए वे कृषि कार्य से दूर अन्य क्षेत्रों में अपनी जगह बना रही हैं। लेकिन ग्रामीण भारत में लगातार श्रमिकों की हो रही कमी की चिंता भी रिपोर्ट में व्यक्त की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक शैक्षिक योजना सहित सशक्तिकरण के सफल क्रियान्वयन के कारण महिलाएं अब अन्य क्षेत्रों में अपनी भूमिका तलाश रही हैं। इस हफ्ते नीति आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार साल 2004—05 से लेकर 2012—13 के बीच 3 करोड़ 33 लाख श्रमिकों में से 2 करोड़ 70 लाख (81 प्रतिशत) महिलाओं ने काम छोड़ा।