इसके बावजूद अगर फर्जी खबरों का प्रसार करने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया जाता है, तो कार्रवाई की जाएगी। ताकि फर्जी खबरों से संभवित नुकसान को रोका जा सके। बता दें कि सोशल मीडिया कंटेंट को लेकर इन दिनों चर्चा चरम पर है। केंद्र सरकार ने भड़काव और आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर ट्विटर को एक सूची भी सौंपी है। लेकिन ट्विटर ने आधे-अधूरे मन से सूची पर कार्रवाई की। ट्विटर के इस रुख से नाराज केंद्र सरकार ने साफ शब्दों में कंपनी से कह दिया है कि हमने जिन अकाउंट्स की लिस्ट सौंपी है, उन्हें सेंसर करना ही होगा। अगर सूची पर अमल नहीं हुआ तो भारत में कंपनी के वरिष्ठ ऑफिसर्स को गिरफ्तार किया जा सकता है।