
Relaxation In Lockdown Can Be Dangerous
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के चलते मार्च से देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था, लेकिन अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए अनलॉक 1.0 की शुरुआत की गई। लॉकडाउन में ढील दिए जाने से रोजमर्रा की दिक्कतें तो कुछ कम हुईं। मगर इससे कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ गया। इससे भारत हाई रिस्क जोन के करीब पहुंच गया है। ये दावा सिक्योरिटीज रिसर्च फर्म नोमुरा ने किया है।
नोमुरा के एक विश्लेषण (Analysis) के तहत भारत उन 15 उच्च जोखिम वाले देशों में से एक हो गया है, जहां लॉकडाउन के नियमों में ढील देने से नया संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है। विश्लेषण के लिए 45 मुख्य अर्थव्यवस्थाओं को शामिल किया गया है। संस्था के विजुअल टूल (Visual Tool) से मिले परिणामों के अनुसार 17 देश ऐसे हैं जहां की अर्थव्यवस्थाएं सही दिशा में हैं। यहां वायरस के अगले चरण का खतरा नहीं है। वहीं 13 देशों में अस्थायी चेतावनी के संकेत है और 15 देश उच्च जोखिम में हैं। यहां वायरस की दूसरी लहर आ सकती है। इन देशों में भारत भी एक है। यहां लॉकडाउन में ढील देने से रोजाना संक्रमितों के मामले बढ़ेंगे। साथ ही जनता के बीच डर फैलेगा। इसलिए महामारी पर काबू पाने के लिए यहां लॉकडाउन को दोबारा लागू किया जा सकता है।
भारत के अलावा इस श्रेणी में इंडोनेशिया, चिली, पाकिस्तान और कई अन्य निम्न-से-मध्यम आय वाले देश शामिल हैं। जहां अर्थव्यवस्था के लिए छूट दिया जाना भारी पड़ सकता है। इस समूह में कुछ उन्नत अर्थव्यवस्थाएं वाले देश भी हैं। जिनमें स्वीडन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका और कनाडा शामिल हैं।
Published on:
10 Jun 2020 05:34 pm
बड़ी खबरें
View Allविविध भारत
ट्रेंडिंग
