समारोह में जुटे थे 42 शीर्ष नेता कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा 42 शीर्ष नेताओं को बुलाया गया था। इसमें कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और अलग-अलग राज्यों से आए दिग्गज नेताओं की मेजबानी पर खर्च हुई रकम भी शामिल है। सूचना के अधिकार के तहत सामने आई एक रिपोर्ट में इन आंकड़ों का खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट में हुए खुलासे के मुताबिक… – तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के पर 8.72 लाख रुपए खर्च किए गए।
– आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर 1.85 लाख रुपए खर्च हुए। इनमें से सिर्फ ज्यूस और कोल्ड्रिंक्स पर ही 5000 रुपए खर्च हुए।
– समारोह में आए दिग्गज अतिथियों के लिए 23 और 24 मई को दो फाइव स्टार होटल ताज वेस्ट इंड और शंगरी-ला में रहने और और खाने पर 37.54 लाख रुपए खर्च किए गए।
– 23 मई को विधानसभा बैंक्वेट हॉल में बुफे पर 4.35 लाख रुपए खर्च किए थे।
– वहीं अभिनेता और नेता कमल हासन के होटल में रूकने पर 1.02 लाख रुपए खर्च हुए।
…इसलिए अखरता है बेहिसाब खर्च सरकार बनते ही किए गए इस बेहिसाब खर्च पर राज्य के लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कर्नाटक के पूर्व लोकायुक्त जस्टिस संतोष हेगड़े ने कहा, ‘यह खर्च वहन करने की जिम्मेदारी उस राजनीतिक दल की है जिसने इन नेताओं को बुलाया। राज्य सरकार को बेंगलुरू में अपने गेस्टहाउस में आमंत्रित लोगों को रूकवाना चाहिए था।’
भाजपा-कांग्रेस की रिपोर्ट सकारात्मक प्राप्त जानकारी के अनुसार 2013 में कांग्रेस नेता के सिद्दारमैया और 2018 में भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण समारोह में कर्नाटक सरकार में मेहमानों के रहने पर कोई सरकारी खर्च नहीं किया गया था।