
Apple iPhone 12 box is much smaller than previous model, here's the game
नई दिल्ली। इस महीने 13 अक्टूबर को दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी एप्पल ने iPhone की लेटेस्ट सीरीज को दुनिया के सामने लॉन्च किया। कंपनी ने इस सीरीज के तहत iPhone 12, iPhone 12 Mini, iPhone 12 Pro और iPhone 12 Max पेश किए हैं। लॉन्चिंग के साथ ही इन स्मार्टफोनों की तमाम खूबियों के अलावा इसके बॉक्स ( apple iphone 12 box size ) को लेकर भी जमकर बहस शुरू हो गई और इसकी वजह iPhones की पिछली सीरीज की तुलना में इसका काफी छोटा होना है। आइए जानते हैं कि कंपनी द्वारा इसके पैकेजिंग बॉक्स का आकार छोटा किए जाने के पीछे क्या खेल है।
सबसे पहले तो बता दें कि सभी लेटेस्ट iPhone 12 मॉडल Apple की A14 बायोनिक चिप द्वारा संचालित हैं और सभी Apple के सुपर रेटिना XDR डिस्प्ले के साथ आते हैं। इसके अतिरिक्त नए iPhones में MagSafe का विकल्प मिलता है जो फोन को वायरलेस तरीके से चार्ज करने के लिए फोन के पीछे लग जाता है।
हालांकि iPhone 12 और iPhone 12 Mini के नए छोटे और पतले बक्से में कुछ गायब है। दोनों आईफ़ोन में न तो पावर एडॉप्टर है और न ही ईयरपॉड्स। यानी देसी भाषा में कहें तो कंपनी ने इनका आकार छोटा करने के लिए इनके बॉक्स में ना तो फोन चार्जर दिया है और ना ही ईयरफोन।
Apple ने इसके पीछे की वजह बताते हुए आधिकारिक रूप से कहा, "हमारे पर्यावरणीय लक्ष्यों तक पहुंचने के प्रयासों के तहत, iPhone 12 और iPhone 12 mini में पावर एडॉप्टर या EarPods शामिल नहीं हैं। कृपया अपने वर्तमान Apple पावर एडॉप्टर और हेडफ़ोन का इस्तेमाल करें या इन चीजों को अलग से खरीद लें।"
कंपनी की वेबसाइट पर "लाइटर ऑन द प्लैनेट" यानी पृथ्वी के लिए हल्का के शीर्षक के अंतर्गत बताया गया है, "टिकाऊ, ऊर्जा-कुशल उपकरणों ने एक डिजाइन क्रांति शुरू की है। कम कार्बन सामग्री और प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करना दुनिया के प्रत्येक ऐप्पल उत्पाद के फुटप्रिंट (कार्बन उत्सर्जन) को कम करने में अगला कदम है।"
ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर बॉक्स में क्या दिया गया है? तो इसका बेहद आसान जवाब है कि नए बॉक्स के भीतर आपको एक iPhone मिलेगा और एक USB-C लाइटनिंग केबल... बस। और कुछ नहीं।
एप्पल के मुताबिक फोन के डिब्बे से पावर एडॉप्टर और इयरपॉड्स हटा देने से इसको पैक किए जाने वाले बॉक्स का आकार 70 फीसदी कम हो गया। इसका दूसरा फायदा यह हुआ कि आकार में छोटे डिब्बे से इसे भेजने (शिप) करने की क्षमता भी बढ़ गई। कंपनी का लक्ष्य है कि वर्ष 2030 तक व 100 फीसदी यानी पूरी तरह कार्बन न्यूट्रल बन जाए।
कंपनी के एक अधिकारी ने एक शो के दौरान बताया था कि ज्यादातर आईफोन यूजर्स के पास पहले से ही ये एक्सेसरीज उपलब्ध होती हैं। ना केवल इतना कंपनी के इस कदम से दुनिया में ई-कचरा भी कम होगा और यह प्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण को फायदा पहुंचाएगी।
हालांकि कंपनी अपने नवीनतम फोन के साथ डिब्बे के भीतर यूएसबी टाइप-सी टू लाइटनिंग केबल जरूर दे रही है। इस केबल की मदद से यूजर यूएसबी टाइप-सी एडॉप्टर के साथ अपना लेटेस्ट फोन चार्ज कर सकेंगे।
Updated on:
25 Oct 2020 01:35 pm
Published on:
25 Oct 2020 01:15 pm
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