
PM मोदी को अपने भाषण में करते हैं इस तकनीक का इस्तेमाल, होता है करोड़ों का खर्च
नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने प्रभावशाली भाषणों के लिए जाने जाते हैं जो काफी लंबे होते हैं। लेकिन कभी सोचा है कि पीएम नरेंद्र मोदी घंटों तक अंग्रेजी में लगातार भाषण कैसे देते हैं। आखिर में ऐसी कौन सी तकनीक है जिसका इस्तेमाल पीएम मोदी के भाषण के दौरान किया जाता है। चलिए आज हम इसी तकनीक के बारे में आपको बताते हैं। इस तकनीक का यूज सिर्फ भारत में ही नहीं पीएम मोदी ने विदेशों में भी किया है।
इस तकनीक का करते हैं इस्तेमाल
दरअसल इस तकनीक को टैलिप्रोम्प्टर कहते हैं, जिसे प्रोम्प्टर और ऑटोक्यू भी कहा जाता है। इसके जरिए पीएम मोदी अपने भाषण की पूरी स्क्रिप्ट पढ़ते है और जनता के साथ अपने आंखों का संपर्क बनाएं रखते हैं। इसके इस्तेमाल से लोगों को देखने में लगता है कि पीएम मोदी पूरा भाषण याद करके बिना देखें बोल रहे हैं। बता दें कि टैलिप्रोम्प्टर का ज्यादातर इस्तेमाल टीवी एंकर न्यूज पढ़ने के दौरान, राजनेता भाषण देने के लिए या फिर सार्वजनिक सभाओं में बोलने के लिए किया जाता है।
क्या है टैलिप्रोम्प्टर
टैलिप्रोम्प्टर दो दर्पण होता है जो अर्ध-पारदर्शी है, जिसे45 डिग्री कोण पर एक छोटे एवं पतले स्टैंड पर रखा जाता है। इसपर चलने वाले टैक्स को मॉनिटर की मदद से दिखाया जाता है। इसके अलावा अगर पीएम मोदी किसी शब्द को गलत पढ़ लेते हैं या फिर किसी वाक्य का गलत मतलब निकलता है तो ये डिवाइस आपको दोबारा सही करने का मौका देता है। इसकी कीमत बाजार में करीब 492,040 रुपये के आस-पास है।
Published on:
30 May 2019 05:11 pm
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