
भाजपा पार्षद और आई जी में हो गयी सरेआम तू-तू मैं मैं,वजह कर देगी आपको हैरान
मुरादाबाद: एक ओर भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को मर्यादा के दायरे में रहकर लोगों से जुड़ने की बात कर रही है। वहीँ दूसरी ओर उसके कार्यकर्त्ता और पदाधिकारी अधिकारीयों से ही भिड़ने को तैयार दिख रहे हैं। जी हां ताजा मामला मुरादाबाद जिले का है, जहां आईजी रेंज वीके सिंह और भाजपा पार्षद अजय दिवाकर के बीच शुक्रवार रात जमकर तू-तू मैं-मैं हो गई। हालत इस कदर खराब हो गए कि दोनों के बीच हाथापाई होने की नौबत तक आ गयी। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसी तरह पार्षद को वहां से हटाया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
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इस कार्यक्रम में थे मुख्य अतिथि
उत्तर प्रदेश पुलिस के तेज़तर्रार अधिकारियों में शामिल आईजी वीके सिंह बीती शाम मुरादाबाद के सोनकपुर स्टेडियम पहुंचे थे। स्वर्गीय पूर्व महापौर बीना अग्रवाल की स्मृति में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मैच था। इसी प्रतियोगिता के फाइनल मैच के पुरुस्कार वितरण में आईजी वीके सिंह मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे। कार्यक्रम में भाजपा मेयर विनोद अग्रवाल, ब्लाक प्रमुख मूंढापांडे ललित कौशिक, संयोजिका बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ प्रिया अग्रवाल और भाजपा के कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
इस बात पर हुआ विवाद
मंच से खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए आईजी वीके सिंह बैठे हुए थे। इस दौरान आईजी स्टेडियम की सुविधाओं को लेकर राय दे रहे थे और आवश्यक सुविधाओं को जुटाने का आश्वासन दे कर लोगों से सहयोग की अपील कर रहे थे। इसी दौरान भाजपा पार्षद अजय दिवाकर स्टेडियम में पहुंचे और आईजी के सामने कुर्सी पर बैठ गए। कुर्सी पर बैठने को लेकर आईजी ने पार्षद को टोक दिया, तो पार्षद इसे भाजपा के सम्मान से जोड़कर बिफर गए। पार्षद ने खुद को भाजपा पार्षद बताते हुए आईजी को कार्यकर्ताओं का सम्मान करने की नसीहत दे दी। देखते ही देखते मामला बढ़ता चला गया। आईजी से हॉट टॉक होते देख आयोजक और पुलिस कर्मी भी सन्न रह गए। बामुश्किल पार्षद अजय दिवाकर को पुलिस कर्मियों ने कार्यक्रम से बाहर ले जाने की कोशिश की, लेकिन पार्षद किसी तरह भी शांत नहीं हुआ।
पार्षद ने ये लगाया आरोप
पार्षद के मुताबिक सरकारी अधिकारी कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं दे रहे है और इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ रहा है। भाजपा नेताओं ने बामुश्किल आईजी और पार्षद को शांत करवाया। पुलिस अधिकारी और सत्ताधारी दल के पार्षद के बीच हुई इस गर्मागर्म बहस के बाद आईजी अपना सम्बोधन बीच में अधूरा छोड़कर कार्यक्रम स्थल से वापस चले गए।
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आई जी ने नहीं दी प्रतिक्रिया
आईजी के साथ हुई बहस के बाद मेयर विनोद अग्रवाल भी वापस घर लौट गए। प्रतियोगिता के आयोजकों में शामिल विनोद अग्रवाल से जब इस मामले में राय लेने की कोशिश की गई, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं अजय दिवाकर का सीयूजी नम्बर अर्पित गुप्ता नाम के युवक ने रिसीव किया और कहा कि अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ व्यावहार सही रखना चाहिए और जनप्रतिनिधियों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। अर्पित के मुताबिक अजय दिवाकर इंटरनेशल कलाकार भी है। वहीं आईजी रेंज के मुताबिक सम्बोधन के आखिरी समय में क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी से जब स्टेडियम को बढ़ाने के लिए बातचीत हो रही थी। उसी वक्त एक शख्स जिसे वह नहीं जानते थे अचानक कुर्सी पर आकर बैठ गए, जो उनको सही नहीं लगा और उन्होंने इस पर विरोध जताया था। आईजी के अनुसार इससे ज्यादा कोई बात नहीं थी।
Published on:
01 Jun 2018 06:43 pm
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