
योगी सरकार की बढ़ी मुश्किलें,आरक्षण न मिलने पर जाट विधायक ने दी इस्तीफे की धमकी
मुरादाबाद: केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी भले ही आगामी लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियों में जुटी हो। लेकिन वेस्ट यूपी में अब उसकी अपनी ही पार्टी में बगावत शुरू हो गयी है। जी हां जाट आरक्षण को लेकर मोदी सरकार द्वारा की जा रही वादा खिलाफी से जाट समाज के साथ साथ भाजपा के जाट समाज के विधायक भी परेशान हैं। इसी को लेकर आज मुरादाबाद में कांठ विधानसभा क्षेत्र के कोकरपुर गांव में महापंचायत बुलाई गयी थी। जिसमें भाजपा के कांठ से विधायक राजेश कुमार चुन्नू ने भाजपा के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकते हुए इस्तीफा देने तक की बात कह डाली।
विधायक ने कही ये बात
जाट सम्मलेन में बोलते हुए कांठ विधायक राजेश चुन्नू ने कहा कि उन्हें पार्टी की सीमा में रहकर काम करना पड़ता है। लेकिन अगर बात बिरादरी के सम्मान की आई तो वे पार्टी तक छोड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमारी बिरादरी की फूट का फायदा सरकारें उठाती हैं। इसलिए आरक्षण तभी मिलेगा जब हम सब साथ जुटेंगे। उन्होंने कहा कि वे विधानसभा में जाते हैं तो वहां लोगों को पता है कि हमारी औकात कितनी है। हम में एका ही नहीं है। इसलिए पहले सभी समुदाय को एक मंच पर आना होगा,फिर चाहे वो किसी भी दल में नेता हो या कोई अधिकारी,किसान या फिर व्यापारी। सबको मिलकर आरक्षण की लड़ाई लड़नी पड़ेगी।
लोक सभा चुनावों से पहले फूटा जाट आरक्षण का शिगूफा
यहां बता दें कि जाट आरक्षण की मांग को लेकर लोकसभा चुनावों से पहले अभी से जाट समुदाय के नेताओं ने दबाब बनाने के लिए आन्दोलन छेड़ दिया है। जिसके तहत वेस्ट यूपी और हरियाणा में जाट बाहुल्य इलाकों में पंचायत कर उन्हें इक्कठा किया जा रहा है। आज की पंचायत में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मालिक भी मौजूद थे। जिला अध्यश दीपक चौधरी ने बताया कि आज की पंचायत में राज्य मंत्री भूपेन्द्र चौधरी को भी बुलाया गया था लेकिन उन्होंने आने से मना कर दिया।
Published on:
21 Sept 2018 06:49 pm
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