
मुरादाबाद: जीआरपी ने आज एक ऐसे शख्स को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। जो अपने आपको शासन में प्रमुख सचिव समाज कल्याण बता रहा था। लेकिन जब जीआरपी को शक हुआ और कुछ चीजों की पूछताछ की तो ढीला पड़ गया। पकड़ में आये शख्स का नाम प्रमोद कुमार बताया जा रहा है । जीआरपी के मुताबिक इस व्यक्ति ने फोन करके खुद को स्टेशन पर वीआईपी ट्रीटमेंट देने की बात कही थी। लेकिन इसकी बातों के दौरान जब जीआरपी इंस्पेक्टर पंकज पन्त को शक हुआ तो फिर इससे विभाग के बारे में पूछताछ की तो बैकफुट पर आ गया। फ़िलहाल जीआरपी ने इस फर्जी प्रमुख सचिव को हिरासत में लेकर कार्यवाही शूरू कर दी है।
ऐसे आया गिरफ्त में
जीआरपी इंस्पेक्टर पंकज पन्त ने बताया की गिरफ्त में आये शख्स द्वारा पहले वीआईपी कोटे से रिजर्वेशन और सीट कन्फर्म कराने की बात कही गयी। इसके बाद फोन पर ही प्रोग्राम मुरादाबाद का बताकर यहीं वीआईपी सुविधा की बात कही। जिस पर शक होने पर जब विभाग का नाम पूछा तो ये सहम गया। इस पर मुरादाबाद में इलाहबाद हरिद्वार ट्रेन से पहुंचने पर जीआरपी ने इसे हिरासत में ले लिया और जब कड़ाई से पूछताछ की तो बताया कि उसने सिर्फ सुविधा लेने के लिए इस तरह की हरकत की थी। कोई और इरादा नहीं था।
सिर्फ वीआईपी ट्रीटमेंट के लिए दिखाय रौब
जीआरपी के मुताबिक खुद को प्रमुख सचिव बता रहा शख्स अधिकारीयों का करीबी बता रहा है। उनके जैसे ही सुविधाओं के लालच में आकर इसने ये हरकत की है। जिसमें इसने पहले जीआरपी को अपने रौब में लेने की कोशिश की। जब चोरी पकड़ी गयी तो बैकफुट पर आ गया। फ़िलहाल मुकदमा दर्ज कर इसके खिलाफ कार्यवाही शुरू की गयी है।
वीआईपी कोटे से पहुंचा था मुरादाबाद
उधर जीआरपी गिरफ्त में आये शख्स ने अपने बारे में कुछ नहीं बताया है। किन अधिकारीयों से उसके नजदीकी रिश्ते हैं। जिस कारण वो वीआईपी कोटे से ही मुरादाबाद पहुंचा था। अब इसकी भी जांच की जा रही है।
Published on:
11 May 2018 04:41 pm
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