मुरादाबाद जमीन दिलाने के नाम पर लोगों ठगी करने वाले गैंग में हत्यारोपी बर्खास्त सिपाही अमर पाल भी शामिल था, अमर पाल मुरादाबाद के चर्चित सराफ सतेंद्र रस्तोगी हत्याकांड में आरोपी है। आरोपी अमर पाल जमानत पर रिहा होने के बाद अन्य आरोपियों के साथ मिलकर ठगी का गैंग चला रहा था, अब पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है,
संभल जनपद के हजरतनगर गढ़ी थानाक्षेत्र के बैटला गांव निवासी इब्राहिम ने मैनाठेर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी पुलिस से शिकायत करतें हुऐ उसने बताया था, 13 अप्रैल 2022 को मझोला थाना क्षेत्र के मझोली चौराहा निवासी महावीर सिंह, संजीव कुमार निवासी कांशीराम नगर और राजेंद्र कुमार निवासी लाइनपार थाना मझोला, सतवीर सैनी निवासी मौढ़ा तैय्या थाना पाकबड़ा, जयप्रकाश निवासी पीलकपुर गुमानी थाना ठाकुरद्घारा, दलवीर सिंह निवासी लालपुर पुरोहित और संजीव कुमार निवासी खबरिया घाट थाना भगतपुर जिला मुरादाबाद, अमर पाल निवासी सलारपुर माफी थाना डिडौली जिला अमरोहा, बाबू राम निवासी गंगापुर थाना सिविल लाइंस रामपुर, इरशाद निवासी मोहल्ला बाबर नगर थाना मीरगंज जिला बरेली उसके पास महमूदपुर माफी उसके पास आए थे। आरोपियों ने एक जमीन दिलाने को कहा। वह विश्वास कर 16 बीघा जमीन का सौदा दो करोड़ आठ लाख रुपये में तय किया। इस दौरान उसने अपने साथी रेहान, शराफत और छिद्दा की मौजूदगी में बीस लाख रुपये एडवांस दे दिए और मौके पर ही इकरारनामा भी तैयार किया। दो माह में भूमि का बैनामा कराने की तारीख तय की गई थी,समय अवधि के अंदर ही बैनामा कराने को कहा तो यह लोग टालमटोल करने लगे, उसने बीस लाख रुपये वापस मांगे तो इन लोगों ने गाली गलौज करते हुए जान मारने और दोबारा पैसा मांगने पर झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी,पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर 28 लाख 50 हजार रुपये के नकली नोट, 11090 रुपये के असली नोट के अलावा चार लग्जरी कारें, एक पल्सर बाइक और मोबाइल बरामद किए। एसपी देहात संदीप कुमार मीना ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में अमर पाल बर्खास्त सिपाही है। अमर पाल सराफ सतेंद्र रस्तोगी हत्याकांड में जेल भेजा गया था। जमानत पर जेल से छूट गया था। इस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
जानिए क्या था और कब हुआ था सतेंद्र हत्याकांड
मुरादाबाद,मुगलपुरा के कानूनगोयान निवासी सराफ सतेंद्र रस्तोगी की जयंतीपुर में दुकान चलाते थे,26 जनवरी 2014 को सत्येंद्र रस्तोगी को मूंढापांडे थाने की पुलिस पूछताछ के लिए थाने लाई थी,आरोप है कि इस दौरान हत्या कर लाश रामपुर जिले के पटवाई में फेंक दी थी,इसमें मूंढापांडे थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष सैय्यद मंसूर आबिद, सिपाही राहुल यादव, मुनेंद्र, अमरपाल व अमित को नामजद किया गया था,पुलिस ने दो फरवरी 2014 को सिपाही अमरपाल व अमित को गिरफ्तार कर लिया था,29 दिसंबर को मझोला पुलिस ने फरार सिपाही राहुल को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था, सिपाही मुनेंद्र ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था,इसके बाद तत्कालीन एसओ यैय्यद मंसूर आबिद ने भी कोर्ट में सरेंडर किया था, ये केस कोर्ट में विचाराधीन है!