मुरैना. जिले प्राइवेट महाविद्यालयों के परीक्षा केन्द्र नकल के चलते विश्व विद्यालय ने बदलकर शासकीय कॉलेजों को बनाए। लेकिन माफिया ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है। अब परीक्षा में आने वाले प्रश्न पत्र की आंसर सीट ऑनलाइन सेंटर संचालक फोटो कॉपी करके बेच रहे हैं। मंगलवार को तहसीलदार सीताराम वर्मा ने एक ऑनलाइन सेंटर संचालक को पकडकऱ पुलिस के हवाले किया है।
कन्या महाविद्यालय के सामने गैलेक्सी ऑनलाइन (कियोस्क) सेंटर पर पहुंचकर तहसीलदार व पटवारी रामसेवक सिंह सिकरवार ने छात्रों को बेची गई आंसर सीट जब्त कीं, कॉलेज स्टाफ के बयान लिए और दुकानदार को पकडकऱ पुलिस के हवाले कर दिया है। मंगलवार को सुबह नौ बजे से 11 बजे तक दो घंटे तक बीएससी, बीकॉम प्रथम वर्ष में फाउंडेशन विषय की परीक्षा थी। उक्त प्रश्न पत्र में सिर्फ वस्तुनिष्ठ प्रश्न ही आए थे, कॉपी में ही परीक्षार्थियों को सिर्फ सही आंसर पर गोल घेरा करना था। प्रश्न पत्र जो वस्तुनिष्ठ प्रश्न आए, उनके आंसर की सीट दस रुपए में परीक्षार्थी खरीदकर लाए। परीक्षा से पूर्व एक परीक्षार्थी 9:20 बजे गल्र्स कॉलेज पहुंचा, स्टाफ ने चेकिंग की तो उस पर आंसर सीट निकली, जब उससे पूछा तो उसने बताया कि गल्र्स कॉलेज के सामने दुकान से खरीदकर लाया है। कॉलेज प्रशासन ने उक्त परीक्षाथी को पर्ची लेकर वापस कर दिया। एक छात्रा ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दुकान से पैसे लेकर आंसर सीट दी जा रही है, कई परीक्षार्थी खरीदकर लाए हैं। यह शिकायत अपर कलेक्टर सी बी प्रसाद को मिली तो उन्होंने तहसीलदार वर्मा को कार्रवाई के निर्देश दिए। तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की।
बड़ा सवाल! ऑनलाइन सेंटर पर कैसे पहुंचा पेपर
विश्व विद्यालय परीक्षा सुबह नौ बजे से शुरू हुई और परीक्षार्थी आंसर सीट लेकर परीक्षा में पहुंचे। बड़ा सवाल यह है कि परीक्षा के शुरू होते ही प्रश्न पत्र ऑनलाइन सेंटर पर कैसे पहुंचा। इसमें नकल माफिया, कॉलेज के किसी स्टाफ की मिली भगत हो सकती है। यह जांच का विषय है। इसकी जांच हुई तो बड़ा गड़बड़झाला सामने आ सकता है।
एडीएम के निर्देश पर हम गल्र्स कॉलेज गए थे। कॉलेज के सामने एक दुकानदार हैं अनार सिंह गुर्जर परीक्षार्थियों को दस रुपए में आंसर सीट बेच रहा था, उसको पकडकऱ पुलिस के हवाले कर दिया है।
सीताराम वर्मा, तहसीलदार, मुरैना
तहसीलदार ने कॉलेज के सामने स्थित एक ऑनलाइन सेंटर के संचालक को थाने में बंद कराया है, उसके खिलाफ 151 की कायमी की गई है।
दीपेन्द्र यादव, टी आई, सिटी कोतवाली
ऑनलाइन सेंटर से आंसर सीट बिकना गंभीर मामला है। अगर गल्र्स कॉलेज के सामने किसी दुकान से आंसर सीट बिकी है तो गल्र्स कॉलेज के केन्द्राध्यक्ष से बात करेंगे।
प्रो. राकेश कुशवाह, कुल सचिव, जीवाजी विश्व विद्यालय, ग्वालियर
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