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Bhavesh Joshi Movie Review: आम आदमी से ‘सुपरहीरो’ बनने की कहानी है हर्षवर्धन की फिल्म

फिल्म ‘भावेश जोशी’ में हर्षवर्धन एक ऐसे सुपरहीरो का किरदार निभार रहे हैं जो ‘हीरो’ पैदा नहीं होता बल्कि ‘हीरो’ बनता है।

Jun 01, 2018 / 02:59 pm

Amit Singh

bhavesh joshi

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कलाकार- हर्षवर्धन कपूर, प्रियांशु पैन्यूली, निशिकांत कामत, राधिका आप्टे, आशीष वर्मा

निर्देशक- विक्रमादित्य मोटवाने
मूवी टाइप- ऐक्शन ड्रामा
अवधि-2 घंटा 35 मिनट

स्टार- 2

1 जून यानी की आज हर्षवर्धन कपूर की फिल्म ‘भावेश जोशी’ रिलीज हुई है। इस फिल्म के सामने हर्षवर्धन की बहन सोनम कपूर स्टारर फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ भी रिलीज हुई है। फिल्म में सोनम के अलावा, करीना कपूर , शिखा और स्वरा भास्कर भी मुख्य किरदार में हैं। हर्षवर्धन कपूर और उनकी फिल्म के लिए वाकई एक बहुत बड़ा चैलेंज है कि उनकी फिल्म करीना कपूर और सोनम कपूर जैसी फेमस एक्ट्रेस और उनकी मोस्ट अवेडेट फिल्म ‘वीरे दी वेडिंग’ के साथ रिलीज हो रही है।

 

Bhavesh Joshi

सुपरहीरों के किरदार में भावेश
फिल्म ‘भावेश जोशी’ में हर्षवर्धन एक ऐसे सुपरहीरो का किरदार निभार रहे हैं जो ‘हीरो’ पैदा नहीं होता बल्कि ‘हीरो’ बनता है। फिल्म की कहानी वॉटर स्कैम और इसके अलावा बाकी करप्शन पर आधारित है। इस करप्शन का भंडाफोड करने के लिए भानेश नाम का लड़का कागज का मास्क पहन कर जानकारियां जुटाता है। इसके बाद लोगों को जागरूक करता है।

 

 

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कहानी

फिल्म में भावेश जोशी (प्रियांशु पैन्यूली ) अपने दोस्तों सिकंदर उर्फ सिक्कू ( हर्षवर्धन कपूर) और आशीष वर्मा के साथ कॉलेज में पढ़ता है। फिल्म की शुरुआत अन्ना आंदोलन के बैकग्राउंड से होती है, जहां ये दोस्त भी देश भर के यूथ की तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क पर उतरते हैं और भावेश और सिक्कू मिलकर इंसाफ नाम का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शुरू करते हैं, लेकिन आंदोलन फेल हो जाता है। जिंदगी अपनी रफ्तार से आगे बढ़ने लगती है और सिक्कू इंजिनियर बनकर नौकरी शुरू कर देता है। वहीं भावेश अब भी भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ना चाहता है।

सिक्कू को विदेश जाने का ऑफर मिलता है। पासपोर्ट बनवाने के लिए उसे न चाहते हुए भी रिश्वत देनी पड़ती है। वहीं भावेश को मुंबई के पानी माफिया के खिलाफ शिकायत मिलती है। जब भावेश को पता लगता है कि सिक्कू ने रिश्वत दी है, तो उनमें झगड़ा हो जाता है। सिक्कू भावेश का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर देता है, तो माफिया के आदमी उसकी पिटाई कर देते हैं। भावेश फिर भी नहीं मानता और पानी माफिया के खिलाफ जुटाने जाता है, तो उसकी हत्या हो जाती है। अपने दोस्त की मौत का बदला लेने के लिए सिक्कू दुनिया की नजर में विदेश जाकर खुद भावेश जोशी सुपरहीरो का रूप धारण करता है, लेकिन वह विलन बने निशिकांत कामत से बदला ले पाता है या नहीं, यह देखने के लिए आपको सिनेमाघर जाना होगा।

 

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कहानी रोचक पर स्क्रीनप्ले खराब

फिल्म की कहानी काफी रोचक थी मगर उसका स्क्रीनप्ले और एक्जीक्यूशन फिल्म को ले डूबा। हैरानी की बात यह है कि इस फिल्म का स्क्रीनप्ले अनुराग कश्यप और निर्देशक विक्रमादित्य मोटवानी जैसे बड़े निर्देशकों ने लिखा है।

बताते चलें कि मोटवानी, अनुराग कश्यप और अभय ने मिलकर फिल्म को लिखा है। फिल्म में संगीत अमित त्रिवेदी ने दिया है। फिल्म को प्रोड्यूस इरोज इंटरनेशनल, रिलाइंस एंटरटेनमेंट, विकास बहल, मधु और अनुराग कश्यप ने किया है।

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