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Dharavi के पुनर्विकास पर फिर लटकी तलवार

डीआरपी से भी काम में नहीं आई कोई तेजी दो अन्य इमारतों के निर्माण की अनुमति

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Dharavi के पुनर्विकास पर फिर लटकी तलवार

Dharavi के पुनर्विकास पर फिर लटकी तलवार

- रोहित के. तिवारी
मुंबई. देश की नामचीन स्लम बस्ती धारावी के पुनर्विकास पर फिर से तलवार लटकती नजर आ रही है। इसके चलते म्हाडा के मुंबई मंडल अध्यक्ष मधु चव्हाण ने राÓय के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अनुरोध किया है कि धारावी पुनर्विकास परियोजना के 5 मंजिला भवन को एक बार फिर म्हाडा को सौंपा जाए, ताकि सेक्टर 5 में पुनर्विकास को लेकर दो भवनों का सफलतापूर्वक निर्माण किया जा सके। बता दें कि एक इमारत के काम को 50 प्रतिशत तक कम कर दिया गया है और दो अन्य इमारतों के निर्माण की अनुमति दी गई है। हालांकि म्हाडा की ओर से धारावी पुनर्वास प्राधिकरण (डीआरपी) को यह पुनर्वसन का काम सौंपने के बाद भी काम स्थगित चल रहा है।


2009 में म्हाडा को मिला था काम
राÓय सरकार ने धारावी पुनर्विकास परियोजना में सेक्टर-5 का काम 2009 में म्हाडा को सौंपा था। म्हाडा मुंबई बोर्ड ने सेक्टर 5 में एक इमारत खड़ी की और पात्र झुग्गीवासियों को मकान प्रदान किए, जबकि म्हाडा की ओर से चार और भवनों का काम किया जा रहा था। फिर नवंबर 2018 की योजना के अनुसार धारावी के पुनर्विकास को एकीकृत करने के उद्देश्य से म्हाडा की ओर से डीपीआर को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसी के चलते धारावी के सेक्टर -5 में शेष इमारतों का पुनर्विकास का काम पिछड़ रहा है।


अब तक 150 करोड़ खर्च
सरकार ने 21 मई 2011 को म्हाडा को सेक्टर 5 की जिम्मेदारी सौंपी। म्हाडा ने धारावी परियोजना में &00 वर्ग फीट के कार्पेट एरिया के &58 घरों के निर्माण का चरण पूरा किया। पूरी परियोजना में 1,&59 घर शामिल हैं और अब तक इस परियोजना पर150 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं। उस समय परियोजना की पूर्ति का लक्ष्य डेढ़ वर्ष का था, लेट हो गया। वहीं एक और भवन का काम 70 प्रतिशत किया गया है और दो भवनों के निर्माण को मंजूरी की गई है।


1&&2 घरों का निर्माण कार्य अपूर्ण
डीपीआर के एकीकृत पुनर्विकास के तहत ली गई नीति ने इन इमारतों के पुनर्विकास को पूरी तरह से रोक दिया है। इसमें अगले दो वर्षों में पुनर्वास के लिए उपलब्ध 1&&2 घरों का निर्माण कार्य अपूर्ण हैं। इसलिए चव्हाण ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को डीपीआर को निर्देश देने के लिए कहा है कि वे म्हाडा के सेक्टर 5 में शेष दो भवनों के अधिग्रहण की अनुमति दें।