Andheri East Bypoll Result 2022 Update: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को नोटा का बटन दबाने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के पास वीडियो हैं जिनमें दिख रहा है कि आरपीआई के कथित कार्यकर्ता इस तरह के कृत्यों में लिप्त हैं।"
Andheri East By Election Result 2022 Rutuja Latke: महाराष्ट्र समेत देश के छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे आज यानी रविवार को घोषित किए जाने हैं। मुंबई के अंधेरी पूर्व निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव की मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है, यह सीट पहले शिवसेना के पास थी। हालांकि इस बार भी यहाँ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की जीत तय मानी जा रही है।
महाराष्ट्र के अंधेरी में ज्यादा मुकाबला नहीं होने वाला है क्योंकि बीजेपी ने उम्मीदवार नहीं उतारने की पुरानी परंपरा का सम्मान करते हुए अपने उम्मीदवार मुर्जी पटेल का नाम वापस ले लिया, जहां शिवसेना के रमेश लटके की मृत्यु के बाद सीट खाली हो गई थी। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की संयुक्त उम्मीदवार ऋतुजा लटके सबसे आगे चल रहीं है। अब तक के सातों राउंड में ऋतुजा लटके के करीब दूर-दूर तक कोई प्रत्याशी नहीं पहुंचा। हालांकि उनके बाद सबसे ज्यादा वोट ‘नोटा’ (उपरोक्त में से कोई नहीं) पर पड़े है। यह भी पढ़े-Maharashtra: ‘मैंने अपने साथ हुई गद्दारी का बदला लिया’, देवेंद्र फडणवीस ने 4 महीने बाद खोला बड़ा राज
अंधेरी उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे के धड़े ने रमेश लटके की पत्नी ऋतुजा लटके को मैदान में उतारा है। अब तक के रुझानों के मुताबिक आठवें दौर की मतगणना में शिवसेना (उद्धव गुट) की उम्मीदवार ऋतुजा लटके को 29,033 वोट मिले हैं। जबकि उनके बाद नोटा पर सबसे ज्यादा 5,655 वोट पड़े हैं। जबकि चार निर्दलीय उम्म्द्वारों समेत छह अन्य उम्मीदवारों को हजार वोट भी नहीं मिले है।
बता दें कि गुरुवार को मतदान से ठीक पहले शिवसेना (उद्धव गुट) ने आरोप लगाया था कि अंधेरी पूर्व उपचुनाव में मतदाताओं को नोटा का बटन दबाने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल परब ने कहा था कि पार्टी ने चुनाव आयोग के साथ-साथ पुलिस के सामने भी इस मुद्दे को उठाया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को नोटा का बटन दबाने के लिए पैसे दिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी के पास वीडियो हैं जिनमें दिख रहा है कि रामदास आठवले की रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के कथित कार्यकर्ता इस तरह के कृत्यों में लिप्त हैं। आरपीआई बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा है।
जानकारों का कहना है कि बीजेपी का अपने उम्मदीवार का नहीं उतारना नोटा पर इतनी बड़ी संख्या में वोट पड़ने का प्रमुख कारण हो सकता है। दरअसल बीजेपी ने मुरजी पटेल को टिकट दिया था, जोरशोर से प्राचार भी शुरू किया, लेकिन बाद में पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और पटेल की उम्मीदवारी वापस ले ली थी।