मिली जानकारी के मुताबिक, आईटी रिफंड धोखाधड़ी के इस मामले में एक पूर्व आयकर निरीक्षक भी आरोपी है। इससे पहले, ईडी ने मामले में पूर्व आईटी इंस्पेक्टर तानाजी अधिकारी, व्यवसायी भूषण पाटिल और राजेश शेट्टी को गिरफ्तार किया था। तीनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं।
हवाला से पैसे विदेश भेजने का आरोप
ईडी ने आरोप लगाया कि राजेश बत्रेजा ने तानाजी अधिकारी को 55.5 करोड़ रुपये के पीओसी को तीन शेल कंपनियों में ट्रांसफर करने में मदद की थी। उस रकम को हवाला के जरिये भारत के बाहर भेजा गया। बत्रेजा ने अपराध की कमाई को छुपाने में भी अधिकारी की मदद की। ईडी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और मामले में और भी गिरफ्तारियां होने की संभावना है।