
Devendra Fadnavis and Uddhav Thackeray
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में भले ही नई सरकार बन गई है। लेकिन सियासी संग्राम अभी खत्म नहीं हुआ है। उद्धव ठाकरे की कुर्सी जाने के बाद एकनाथ शिंदे बीजेपी के सहयोग से सीएम बने हैं। हालांकि जब राज्य में सियासी संकट खड़ा हुआ तो उससे जुड़ी बातें लगातार सामने आ रही है। इसी कड़ी में अब खबर सामने आ रही है कि शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के सियासी संकट के दौरान देवेंद्र फडणवीस से फोन पर बात की थी। इसे लेकर कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है।
रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के सियासी संकट के दौरान जब उद्धव ठाकरे को इस बात का एहसास हो गया था कि उनकी कुर्सी अब बचना मुश्किल है तो उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से बात करने की कोशिश की थी। लेकिन दोनों की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं किया गया। कहा यह भी जा रहा है कि उद्धव ने देवेंद्र फडणवीस से भी फोन पर बात की थी। हालंकि बात नहीं बनी थी और फडणवीस ने कहा था कि अब चीजे आगे निकल चुकी हैं। वैसे इन बातों में कितनी सच्चाई है या समय के साथ सामने जरूर आएगा।
वहीं खबरें यह भी हैं कि बीजेपी आलाकमान ने अमित शाह या फिर पीएम मोदी से बातचीत की सलाह उद्धव ठाकरे को सियासी घटनाक्रम के दौरान दी थी। जिसके बाद उन्होंने शाह और मोदी को फोन भी किया लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया। दरअसल इसी तरह साल 2019 में बीजेपी आलाकमान ने उद्धव ठाकरे से बातचीत की कोशिश की थी लेकिन तब उद्धव ने कोई जवाब नहीं दिया था।
राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना के सांसदों ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की अपील की थी। जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करेगी। बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने भी एनडीए का समर्थन किया हुआ है।
दूसरी तरफ महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज हैं। खबरें हैं कि मंत्रिमंडल का विस्तार 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के बाद किया जा सकता है। मंत्रिमंडल का विस्तार दो चरणों में हो सकता है। पहले चरण में बीजेपी और शिंदे गुट के 10 से 12 मंत्री शपथ ले सकते हैं। बाकी बचे हुए मंत्रियों को मानसून सत्र के बाद शपथ दिलाई जा सकती है।
Published on:
17 Jul 2022 04:12 pm
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