मनपा आयुक्त आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने बताया कि एक इंजेक्शन की कीमत 20 हजार रुपए है। संक्रमितों की जान बचाने के लिए हमने 25 इंजेक्शन खरीदने का फैसला किया है। एक मरीज पर परीक्षण सफल रहा है। बाकी रोगियों के स्वास्थ्य में भी सुधार हुआ तो हम आगे की रणनीति बनाएंगे। उन्होंने कहा कि डॉ. डीबी कदम के नेतृत्व में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम बनाई गई थी। डॉक्टरों ने ऐसे मरीजों को यह इंजेक्शन देने की सिफारिश की है, जिनकी उम्र 50 साल से कम है और हालत गंभीर है।
गायकवाड ने बताया कि भारती अस्पताल में भर्ती एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की हालत नाजुक थी। उसे डॉक्टरों ने टोसिलीजुमैब इंजेक्शन दिया। इसके बाद उसकी सेहत में उल्लेखनीय सुधार हुआ। उन्होंने बताया कि मुंबई में भी गंभीर किस्म के रोगियों की जान बचाने के लिए यह इंजेक्शन लगाया जा रहा है।
ससून अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों का कहना है कि इस इंजेक्शन से गंभीर रूप से बीमार लोगों की जान बचाई जा सकती है। कोरोना संक्रमितों की मृत्यु दर भी कम होगी। लोगों की जान बचाने के लिए कोविड-19 रोधी वैक्सीन या दवा ईजाद होने तक टोसिलीजुमैब का इस्तेमाल किया जा सकता है। चीन में भी संक्रमितों पर यह दवा इस्तेमाल की गई थी, जिसके नतीजे अच्छे मिले थे।