यूं रहा राजनीतिक सफर,इस ओर बढाने वाले थे कदम
समीर कुमार ने 1998 में यूथ कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत की थी। फिर वह भाजपा में चले आए। 2001 तक वह भाजपा युवा मोर्चा में सक्रिय रहे। इसका उन्हें राजनीतिक लाभ मिला। वह 2002 में मेयर चुने गये और 2007 तक पूरे पांच साल मुजफ्फरपुर के मेयर बने रहे। वह 2005 में विधानसभा चुनाव भी लड़े पर जीत नहीं पाए। बाद में उनका भाजपा से मोहभंग हो गया और फिर बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गये। उन्होंने 2009में बहुजन समाज पार्टी उम्मीदवार के बतौर लोकसभा चुनाव लड़ा और हार गये। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार समीर कुमार तीन दिनों बाद कांग्रेस में फिर से शामिल होने वाले थे कि अपराधियों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर मार डाला।
बदमाशों ने दनादन बरसाई थी गोलियां
बता दें कि रविवार शाम पूर्व मेयर समीर कुमार अपनी कार से घर लौट रहे थे। रास्ते में बनारस बैंक चौक के पास अपराधियों ने एके 47 से उन पर दनादन गोलियां बरसा दी थी। इस हमले में पूर्व मेयर व उनके ड्राइवर की मौत को गई थी।