जीसएटी के विरोध में 4 दिनों से बंद मंडियों को लेकर सोमवार को जयपुर में प्रदेश खाद्य व्यापार संघ की बैठक आयोजित हुई। मेड़ता व्यापार एवं उद्योग संघ के अध्यक्ष बाबूभाई मंत्री ने बताया कि जयपुर बैठक में मंडियां खोले जाने को लेकर निर्णय लिया गया। अब मंगलवार को मेड़ता मण्डी में भी ढेरी बोली लगेगी। जयपुर बैठक में व्यापार संघ के सचिव श्रीपाल डोसी, रामअवतार चितलांगिया सहित व्यापारियों ने भाग लिया।
व्यापारी कहिन…
‘जीएसटी लागू होने से पूर्व सरकार को सिंधीसुआ, मैथी सहित जिंसों पर टैक्स को लेकर खुलासा करना था। दाल पर कितनी जीएसट लगेगी यह तो स्पष्ट है, परंतु दलहन पर नही इसके विरोध में ही व्यापारियों ने मण्डी में कारोबार रोका है।’
हस्तीमल डोसी, व्यापारी, कृषि उपज मण्डी, मेड़ता सिटी
‘केन्द्र सरकार द्वारा लागू किए गए गुड्स एण्ड सर्विस टैक्स को मण्डी व्यापार के लिहाज से सरलीकरण किया जाना चाहिए। जिससे की व्यापारी, काश्तकार सहित आमजन को राहत मिल सके।’
सुमेरचंद जैन, व्यापारी, कृषि उपज मण्डी, मेड़ता सिटी
‘जीसएटी लागू होने के बाद व्यापारी यह तय नही कर पा रहे है कि मौजूदा स्टॉक पर टैक्स गणना कैसे करे? जीएसटी का सरलीकरण किया जाना चाहिए।’
महिपाल डांगा, व्यापारी, कृषि उपज मण्डी, मेड़ता सिटी
‘जिंसो की खरीद-फरोख्त को लेकर जीएसटी टैक्स का क्लीयरिफेशन होना चाहिए। कौनसी जिंस पर कितना टैक्स लगेगा, इसको लेकर खुलासा होना चाहिए।’