
नागौर. रबी बुआई का लक्ष्य की अपेक्षा अब तक साठ फीसदी हो चुकी है। हालांकि इसमें अब तक सर्वाधिक रकबा अब तक गेहूं एवं चना की है। हर रकबा में अब तक गेहूं, सरसों एवं चना से आगे रहने वाले जीरा, ईसबगोल, धनिया एवं मेथी आदि का रकबा कम है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मौसम पहले ज्यादा गर्म था। अब सर्दी बढऩे के साथ ही जीरा आदि अन्य उपज का रकबा भी बढ़ेगा। विभाग को पूरी उम्मीद है कि मौसम अनुकूल होने के साथ ही निर्धारित लक्ष्य भी प्राप्त कर लिया जाएगा।
जिले में गेहूं अब तक 51.54 प्रतिशत, जौ की उपज 80.53 प्रतिशत एवं चना की फसल 95.57 प्रतिशत, सौंफ की फसल 114.11 प्रतिशत, ईसबगोल की फसल 74.50 प्रतिशत की बुआई हो चुकी है। इसमें से जौ एवं चना ने जहां अपना लक्ष्य लगभग प्राप्त कर लिया हैं, वहीं सौंफ की बुआई तो लक्ष्य से चौदह प्रतिशत ज्यादा की जा चुकी है। सर्वाधिक कम औसत बुआई वाली उपज में अब तक गेहूं, जीरा एवं तारामीरा आदि की रही है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चारा की स्थिति भी इस बार औसत रही है। इसका प्रतिशत अब तक केवल 32.37 प्रतिशत रहा है। हालांकि इसका औसत गत वर्ष की अपेक्षा इस बार कम है, लेकिन यह औसत इसलिए बढ़ेगा क्यों कि काश्तकार जानते हैं कि चारा पशुओं के लिए बेहद उपयोगी है।
जिले में रबी उपज की बुवाई पर एक नजर (हेक्टेयर )
मेड़तासिटी कृषि एरिया
उपज लक्ष्य बुवाई
गेहूं 35000 22000
जौ 5000 3300
चना 40000 7400
अन्य दालें 2500 0
सरसों 65000 37600
तारामीरा 49000 5200
जीरा 49000 40100
मेथी 6000 5600
ईसबगोल 35000 34000
सौंफ 10500 12400
चारा 3000 850
अलसी बीज 500 0
अन्य 2500 250
कुचामनसिटी कृषि एरिया
उपज लक्ष्य बुवाई
गेहूं 30000 11500
जौ 6000 5558
चना 40000 69053
अन्य दालें 2500 275
सरसों 35000 15450
तारामीरा 11000 3350
जीरा 12000 1239
मेथी 5000 789
ईसबगोल 20000 6976
सौंफ 500 152
चारा 3500 1254
अलसी बीज 500 2
अन्य 3000 1425
यहां पर यह रही स्थिति
रबी की बुआई में जहां गेहूं, जौ, जीरा, ईसबगोल एवं सौंफ की फसल मेड़तासिटी कृषि एरिया में जहां रकबा अपेक्षा से भी बेहतर रहा है, वहीं इन उपजों में कुचामन कृषि एरिया की स्थिति औसत से कमतर रही है। चना में कुचामनसिटी कृषि एरिया में लक्ष्य से भी ज्यादा इस बार बुआई कर दी गई है। चना का लक्ष्य केवल चालीस हजार हेक्टेयर का था, लेकिन बुआई का रकबा 69 हजार 53 हेक्टेयर का रहा। इसी तरह से अन्य उपजों में स्थिति औसत दर्जे की रही है। जबकि सौंफ में भी मेड़तासिटी रेंज में निर्धारित लक्ष्य दस हजार 500 हेक्टेयर की अपेक्षा 12 हजार 400 हेक्टेयर पर कर दी गई है। कुल मिलाकर चना को छोडकऱ अन्य रबी उपज की बुआई में इस बार मेड़तासिटी कृषि रेंज का पलड़ा भारी रहा है। इस तरह से जिले में अब तक 60.53 प्रतिशत की हुई बुआई में मेड़ता रेंज कृषि एरिया की अहम भूमिका रही है।
इनका कहना है...
अब तक जिले में 60.53 प्रतिशत की बुआई जिले में की जा चुकी है। कुल लक्ष्य चार लाख 72 हजार हेक्टेयर एरिया का था। पूर्व में मौसम फसलों के अनुकूल ज्यादा नहीं रहा। विशेषकर जीरा आदि उपज के लिए ठंडा मौसम ही बेहतर रहता है। अब सर्दी बढ़ी है तो रकबा भी बढ़ेगा। शेष लक्ष्य भी प्राप्त कर लिया जाएगा।
श्योपालराम जाट, कृषि अनुसंधान अधिकारी नागौर
Published on:
21 Nov 2022 10:03 pm
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