
बंदियों के लिए खतरा बनी मेड़ता जेल पूरी खाली की जा रही है। इसके बंदी परबतसर जेल में शिफ्ट किए जा रहे हैं। मेड़ता जेल स्टाफ भी मुख्यालय के निर्देश पर यहां से स्थानांतरित होगा।
सूत्रों के अनुसार इस समय मेड़ता जेल में सौ से अधिक बंदी हैं। इनमें अधिकांश हत्या, पोक्सो व एससी-एसटी से जुड़े ्र्रमामलों में बंद हैं। पिछले काफी समय से मेड़ता जेल भवन की हालत ठीक नहीं हैं। दीवारें जर्जर हो चुकी थीं तो गेट के साथ दो बैरक भी पूरी तरह बदले जाने हैं। ऐसे में जेल सुरक्षा के लिहाज से भी कमजोर मानी जा रही थी। कभी भी कोई हादसा हो सकता है या फिर बंदियों के भागने की आशंका बनी रहती है। पिछले दिनों नागौर जेलर राज महेंद्र ने मेड़ता-परबतसर जेल का दौरा किया था। मेड़ता जेल में सुधार को लेकर जेल मुख्यालय को सूचित किया। इस पर मेड़ता जेल को पूरी तरह मरम्मत करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
सूत्र बताते हैं कि अब मेड़ता जेल की सभी दीवारें ठीक होगी तो दो नए बैरक बनाए जाएंगे। इसके साथ मुख्य दरवाजा नया बनेगा । सुरक्षा की दृष्टि से जेल में कई सुधार किए जाएंगे। ऐसे में पूरी जेल को खाली कर यहां के बंदी शिफ्ट किए जा रहे हैं। दो-चार दिन में गाड़ी और गार्ड मिलने पर बंदी भेजकर जेल खाली कर दिया जाएगा। मेड़ता जेल के डिप्टी जेलर जयसिंह सिसोदिया का कहना है कि गार्ड व गाड़ी की उपलब्धता होते ही जेल खाली कर देंगे। स्टाफ भी आदेशानुसार शिफ्ट हो जाएगा।
इनका कहना
मेड़ता जेल के भवन सहित अन्य सुधार/मरम्मत में करीब छह महीने का समय लगेगा। बजट स्वीकृत हो गया है, दो-चार दिन में बंदी अन्य जेल में शिफ्ट कर दिए जाएंगे। भवन की स्थिति पूरी खराब हो चुकी थी।
-राज महेंद्र, जेलर नागौर जेल
Published on:
22 Aug 2023 09:20 pm
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