पहले किया जा चुका निलंबित
ज्ञापन में लिखा है कि ग्राम विकास अधिकारी का 22 साल में एक बार भी स्थानांतरण नहीं हुआ है। इसलिए वह ग्राम पंचायत में मनमर्जी से काम कर रहा है तथा सरपंच व उप सरपंच की भी नहीं सुनता। ग्राम विकास अधिकारी को पूर्व में नारवा ग्राम पंचायत का चार्ज रहने के दौरान घोटाला करने पर निलंबित किया गया था लेकिन उसे फिर से उसी ग्राम पंचायत का चार्ज दे दिया गया। ग्रामीणों की ओर से 181 पर उसके विरुद्ध करीब 50 शिकायतें दर्ज करवाई जा चुकी है। उप सरपंच रामुराम ने ग्राम विकास अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई कर उसका स्थानांतरण खींवसर पंचायत समिति से बाहर करने की मांग की है।
इस संबंध में मिली शिकायत की जांच करवाकर ग्राम विकास अधिकारी के विरुद्ध विधि अनुसार कार्रवाई करेंगे।
जवाहर चौधरी, सीईओ, जिला परिषद नागौर