
Nagaur News
नागौर. पटवारियों के अतिरिक्त मंडल का कार्य नहीं करने के निर्णय से जिले भर में राजस्व से जुड़े कार्य प्रभावित हो सकते हैं। गौरतलब है कि पटवार संघ ने विभिन्न मांगों को लेकर पटवारियों की ओर से अतिरिक्त पटवार मंडलों का कार्य भार (बस्ते) तहसील कार्यालयों में सौंप दिया गया है। जिले में करीब 518 पटवार मंडल में से 262 मंडलों पर पद रिक्त है। इन पटवार मंडलों का अतिरिक्त कार्य भी पटवारी कर रहे थे, लेकिन गत दिनों प्रदेश भर में पटवारियों ने अतिरिक्त कार्य भार वाले पटवार हल्कों के बस्ते सौंप दिए।
जरुरतमंदों लाभ से वंचित
प्रशासनिक अमले के सबसे नीचे व महत्वपूर्ण कड़ी माने जाने वाले पटवारी न हो तो सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन व जरुरतमंदों तक लाभ पहुंचाना मुश्किल हो जाता है। जिले में आधे से ज्यादा पटवार मंडलों में पद रिक्त होने के कारण एक पटवारी को दो-दो पटवार मंडलों का काम करना पड़ता है। काम के दबाव व राज्य सरकार की ओर से नई भर्ती नहीं करने से नाराज पटवारियों ने अतिरिक्त कार्य के बस्ते सौंप दिए हैं। राजस्व मामले, सरकारी योजनाएं तथा विकास से जुड़े आदेश लागू करने की जिम्मेदारी पटवारी पर भी होती है।
ये काम हो रहे प्रभावित
राजस्व कामकाज के सिलसिले में पटवार मंडल पहुंचने पर पटवार भवन के ताला देखकर काश्तकार निराश होकर लौट रहे हैं। पटवारियों की ओर से अपनी जायज मांगों को लेकर बस्ते सौंपने से रजिस्ट्री, काश्तकारों को भूमि प्रमाण पत्र,किसान क्रेडिट कार्ड, ओबीसी प्रमाण पत्र, सीमा ज्ञान, रास्तों के विवादों का निस्तारण, अवैध खनन रोकने की कार्रवाई, मौका रिपोर्ट समेत राजस्व से जुड़े अन्य कार्य नहीं हो पा रहे हैं। रिक्त पदों का सबसे ज्यादा नुकसान काश्तकारों को हो रहा है।
पटवार मंडल : फैक्ट फाइल 12327
12327 प्रदेश में कुल पटवार मंडल
6167 राज्य में बस्ते जमा हुए
518 कुल पद नागौर जिले में
262 पटवार मंडलों में पद खाली
सरकार नहीं कर रही सुनवाई
पटवारियों की जायज मांगों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। जिले में आधे से ज्यादा पटवार मंडलों में पर रिक्त हैै। एक-एक पटवारी के जिम्मे दो-दो पटवार मंडल होने से उन पर काम का दबाव रहता है।
ओमप्रकाश बेनीवाल, जिलाध्यक्ष, पटवार संघ, नागौर
Updated on:
19 Jan 2018 11:05 am
Published on:
19 Jan 2018 10:52 am
बड़ी खबरें
View Allनागौर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
