
बुटाटी गांव को स्वच्छ रखने के लिए तीन घंटे की चर्चा के बाद ग्रामीणों ने गांव के हित में कई निर्णय किए। बुटाटी धाम स्थित संत चतुरदास मन्दिर में आने वाले जातरुओं, स्कूली छात्राओं व ग्रामीणों के साथ अभद्र व्यवहार व गाली गलौच व मन्दिर के रास्ते पर खुले आम चमड़े के काम व इनके अवशेष रास्ते पर डाल देने से होने वाली परेशानी दूर करने के बारे में विचार किया गया।
रखी समस्याएं किया समाधान
जाजम पर बैठे ग्रामीणों ने गांव के लोगों की समस्याएं रखते हुए कहा कि समाज कंटक मन्दिर में आने वाले जातरुओं से अभद्र व्यवहार करते हैं, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बुटाटी में आने वाली छात्राओं के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हैं, बस स्टैंड से वाल्मिकी बस्ती तक रास्ते में गन्दगी फैली रहती है। मन्दिर में यात्रियों से जबरदस्ती पैसे मांगते हैं व नहीं देने पर गाली गलौच करते हैं। इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ग्रामीणों ने अभद्र व्यवहार करने वालों पर अर्थदण्ड लगाने, मृत पशुओं व चमड़े के बचे हुए अपशिष्ट व गन्दगी को भऊतला मार्ग स्थित गौशाला की जमीन, जहां ग्रामवासी गहरा गड्ढ़ा बनवाकर देंगे, में डाले जाने का निर्णय किया गया।
करेंगे अर्थदण्ड
चमड़े का कामकाज खुलेआम नहीं कर व्यवस्थित ढंग से करने का निर्णय सर्वसहमति से किया गया। जाजम में ग्रामीणों ने निर्णय किया कि मृत पशु या चमड़े की गन्दगी अन्य स्थान पर डालने वाले पर 11 हजार रुपए अर्थदण्ड किया जाएगा।
एक कदम स्वच्छता की ओर
जाजम पर स्वच्छ भारत अभियान को गति देने पर विचार हुआ। निर्णय लागू होने पर ग्रामीणों व संत चतुरदास मन्दिर में आने वाले जातरूओं, अस्पताल में आने वाले मरीजों, स्कूली छात्र छात्राओं व स्टाफ तथा बस स्टैंड पर बाने वाले यात्रियों को सुविधा होगी तथा गांव भी स्वच्छ रहेगा।
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