scriptजहां के इलाकों में सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंचती, वहां के बच्चे जापान ओलंपिक में दिखाएंगे मलखंभ का जलवा | abujhmad students participate in japan olympic games in malkhamb | Patrika News

जहां के इलाकों में सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंचती, वहां के बच्चे जापान ओलंपिक में दिखाएंगे मलखंभ का जलवा

locationनारायणपुरPublished: Aug 21, 2019 05:02:00 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

Olympics Game in Tokyo : नारायणपुर के अबूझमाड़ के बच्चे जापान के टोकियो में होने वाले ओलंपिक गेम्स में हिस्सा लेंगे। इसके लिए सभी बच्चे नियमित अभ्यास कर रहे हैं

Olympics Game in Tokyo

जहां के इलाकों में सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंचती, वहां के बच्चे जापान ओलंपिक में दिखाएंगे मलखंभ का जलवा

नारायणपुर. Olympics Game in Tokyo : राजधानी रायपुर में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में अबूझमाड़ के बच्चों ने मलखंभ का बेहतर प्रदर्शन कर लोगों की खूब तालियां बटोरी थी। इनके प्रदर्शन को देखकर मलखंभ फेडरेशन ऑफ इंडिया इनमें से चार बच्चों को जापान में होने वाले ओलंपिक गेम्स में बतौर प्रदर्शन इंडिया टीम का हिस्सा बनाएगा। अबूझमाड़ के 4 बच्चे जापान में होने वाले ओलंपिक गेम्स में मलखंभ का प्रदर्शन करते नजर आएगे।

49 सालों से इस भाजपा नेता ने नहीं चखा है नमक का स्वाद, वजह जान तारीफ करने से नहीं रोक पाएंगे खुद को

मलखंभ को ओलंपिक गेम्स में शामिल करने की मांग करीब 2 साल से चल रही है। इस मांग को देखते हुए जनवरी 2020 में जापान के टोकियों में होने वाले ओलंपिक गेम्स में इंडिया की और से मलखंभ का प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन के बाद मलखंभ को ओलंपिक गेम्स में शामिल किया जाएगा या नहीं इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा।इसके लिए ये अबूझमाडिया बच्चे आने वाले जनवरी माह में इंडिया कैंप में शामिल होंगे।

भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना कहा- कांग्रेस कर रही है आरक्षण की राजनीति

सीमित संसाधनों के बावजूद प्रशिक्षण देकर आगे बढ़ा रहे शिक्षक मनोज प्रसाद ने कहा कि 6 से 14 साल उम्र तक के इन बच्चों में गजब की प्रतिभा है। 2016 से रामकृष्ण मिशन आश्रम में इनका प्रशिक्षण शुरू हुआ और महज 2 साल में इन बच्चों ने लकड़ी के खंभे पर बैलेंस बनाकर प्रदर्शन करने वाले इस खेल में महारत हासिल कर ली। इस टीम ने पहले भी गोवा, सतारा और अहमदाबाद नेशनल में पदक हासिल कर किया है।

जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का,फिर देखना फिजूल है कद आसमान का, कुछ ऐसा ही जज्बा…

खेलो इंडिया पर नजर

केंद्र शासन की खेलो इंडिया स्कीम में मलखंब को शामिल करने के बाद इन खिलाडिय़ों की नजर अब खेलों इंडिया खेलो में पदक जीतने पर है। इसके लिए इन्हें स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया में अपनी योग्यता साबित करनी होगी।

नियमित अभ्यास

मलखंब में ख्याति बटोर रहे बच्चे इस खेल में महारत हासिल करने साल भर रोज दो 2 घंटे अभ्यास करते हैं। इनके प्रशिक्षक मनोज प्रसाद ने कहा कि मजबूत शरीर के इन आदिवासी बच्चों को तराशने के लिए ओरछा पोटा केबिन, नारायणपुर पोटा केबिन, रामकृष्ण मिशन आश्रम में ट्रेनिंग की सुविधा दी जा रही है। उन्हें गुरुकुल स्तर की ट्रेनिंग मिलती है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो