
पति को जेल से छुड़ाने, 6 साल से लगा रही नागपुर तक पैदल चक्कर, जानिए जैमती का संघर्ष
Chhattisgarh News : यह अबूझमाड़ के पदमकोट की आदिवासी महिला जैमती के संघर्ष की कहानी है, जिसके पति पंडू बड्डे सहित पदमकोट के 5 आदिवासियों को 6 वर्ष पहले महाराष्ट्र पुलिस पकड़ कर ले गई थी। बाद में उन्हें नक्सलियों का सहयोगी बता कर नागपुर जेल मे बंद कर दिया। (CG News Update) तब से जैमती दर-दर कि ठोकरें खाते हुए अपने पति को छुड़ाने के लिए अपने गांव से 400 किमी दूर नागपुर तक पैदल चक्कर लगा रही है।
कलेक्टर ने एसपी को दिए मदद के निर्देश
इस बीच उसने अपना खेत भी गिरवी रख दिया लेकिन पति को छुड़ा नहीं पाई। बुधवार को उसकी आदिवासी नेता अरविन्द नेताम से अचानक नारायणपुर में मुलाक़ात हुई तो जैमती ने उन्हें अपनी व्यथा सुनाई। (Chhattisgarh News hindi) पिर नेताम ने जैमती को साथ लेकर नारायणपुर कलेक्टर अजीत वसंत से मुलाकात की। इस पर कलेक्टर ने एसपी को जैमती की मदद करने के निर्देश दिए हैं।
आर्थिक तंगी एवं भाषा आ रही आड़े
जैमती अपने पति से फिर से मुलाकात करना चाहती है। लेकिन आर्थिक तंगी एवं भाषा आड़े आ रही है। जैमती को हिंदी भाषा का ज्ञान नही होने के कारण परेशानियो का सामान करना पड़ रहा है।
Published on:
09 Jun 2023 02:28 pm
बड़ी खबरें
View Allनारायणपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
