नर्मदापुरम. हिलस्टेशन पचमढ़ी को पॉलीथिन मुक्त करने पर्यटकों को घुमाने वाले गाइडों ने अनूठी पहल शुरू की है। इसके लिए गाइडों ने पर्यावरण मित्र समूह बनाया है। समूह ने घोषणा की है शहर के लोग उन्हे एक किलो पॉलीथिन कचरा देकर जाएं बदले में वह एक किलो शक्कर देंगे। पहल में होने वाला खर्च मित्र समूह मिलकर कर उठाएगा। अभियान को लेकर पचमढ़ी में पर्चे बांटकर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। बता दें पचमढ़ी में प्रदेश के अलावा देशभर से पर्यटक पहुंचते हैं, पिकनिक और खास स्थानों पर घूमने के दौरान लोग काफी मात्रा में पॉलीथिन लेकर आते हैं।
एक दिन में 113 किलो पॉलीथिन और प्लास्टिक एकत्र :
पर्यावरण मित्र घनश्याम मालवीया बताते हैं हमारा प्रयास रंग भी लाया। एक दिन में ही हमारे पास 113 किलो पॉलीथिन और प्लास्टिक का कचरा पहुंच गया। इसके बदले 93 किलो शक्कर बांटी। शक्कर कम होने पर 40 पैकेट शीतल पेय और नूडल्स बांटे। लोगों से लिए गए कचरे को पॉलीथिन नष्ट प्लांट भेजा गया है।
नर्मदापुरम. हिलस्टेशन पचमढ़ी को पॉलीथिन मुक्त करने पर्यटकों को घुमाने वाले गाइडों ने अनूठी पहल शुरू की है। इसके लिए गाइडों ने पर्यावरण मित्र समूह बनाया है। समूह ने घोषणा की है शहर के लोग उन्हे एक किलो पॉलीथिन कचरा देकर जाएं बदले में वह एक किलो शक्कर देंगे। पहल में होने वाला खर्च मित्र समूह मिलकर कर उठाएगा। अभियान को लेकर पचमढ़ी में पर्चे बांटकर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है।
बता दें पचमढ़ी में प्रदेश के अलावा देशभर से पर्यटक पहुंचते हैं, पिकनिक और खास स्थानों पर घूमने के दौरान लोग काफी मात्रा में पॉलीथिन लेकर आते हैं। बाद में पॉलीथिन और प्लास्टिक को वहीं छोड़ देते हैं। इस कचरे से पचमढ़ी का पर्यावरण प्रभावित हो रहा है। इसे देखते हुए गाइड यूनियन के सदस्यों ने 14 जून 2023 को पर्यावरण मित्र का गठन किया।
एक दिन में 113 किलो पॉलीथिन और प्लास्टिक एकत्र :
पर्यावरण मित्र घनश्याम मालवीया बताते हैं हमारा प्रयास रंग भी लाया। एक दिन में ही हमारे पास 113 किलो पॉलीथिन और प्लास्टिक का कचरा पहुंच गया। इसके बदले 93 किलो शक्कर बांटी। शक्कर कम होने पर 40 पैकेट शीतल पेय और नूडल्स बांटे। लोगों से लिए गए कचरे को पॉलीथिन नष्ट प्लांट भेजा गया है।
अब माह में एक बार चलाएंगे अभियान:
समिति के घनश्याम मालवीया, राजेन्द्र कहार, रंगोल अहिरवार, गौरव शुक्ल ने बताया पर्यटकों को घुमाने के साथ पॉलीथिन एकत्र करने में हमारा व्यवसाय प्रभावित हो रहा था। इसलिए एक बैठक कर अभियान को माह में एक बार करने का निर्णय लिया है। अभियान जिस तारीख को होगा। उसके 15 दिन पहले पर्चे बंटावा कर लोगों को जानकारी दी जाएगी। लोग महिनेभर की एकत्र पॉलीथिन लाकर हमें देकर जाएंगे।