23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

100 वर्ग फीट जगह में लगी आग को बुझा देगा एक नोजल

आग से सुरक्षा के लिए जिला अस्पताल में 60 लाख की लागत से लग रहा फायर सेफ्टी सिस्टम

2 min read
Google source verification
100 वर्ग फीट जगह में लगी आग को बुझा देगा एक नोजल

100 वर्ग फीट जगह में लगी आग को बुझा देगा एक नोजल

नर्मदापुरम. जिला अस्पताल 60 लाख की लागत से फायर सेफ्टी सिस्टम लगाया जा रहा है। इस सिस्टम का काम लगभग 80 फीसदी पूरा हो गया है। इस सिस्टम में छोटे-छोटे नोजल(स्प्रिंकलर) लगे हैं जो एक समय में पानी की फुहार छोड़कर 100 वर्ग से ज्यादा जगह में लगी आग पर काबू पा लेंगे। साथ ही पानी के प्रेशर से यह क्षेत्र ओर भी ज्यादा हो सकता है। परिसर में पाइप लाइन बिछाने का काम बाहरी क्षेत्र में पूरा हो गया। वहीं वार्डों काम जारी है। प्रबंधन की माने तो एक माह के भीतर यह काम पूरा हो जाएगा।

पाइप लाइन के बाद होगी एनओसी की कार्रवाइ

पाइप लाइन बिछाने और वॉटर टैंक का काम पूरा होने के बाद विभाग एनओसी की कार्रवाई शुरू करेगा। फायर एनओसी मिलने के बाद विभाग निर्माण एजेंसी से सिस्टम को अपने आधिपत्य में लेगा। यदि एनओसी में कोई संशोधन या सुझाव आते हैं तो पहले उन्हेंं पूरा किया जाएगा।

अभी तो फायर एक्सटिंग्विशर के भरोसे अस्पताल

भवन पुराना हैं इस भवन में फायर सेफ्टी के कोई इंतजाम नहीं हैं। सुरक्षा के नाम पर सिर्फ फायर एक्सटिंग्विशर ही हैं। इनका काम भी निजी एजेंसी देखती है। वहीं बिजली की पुरानी वायरिंग और ज्वाइंट की वजह से शॉर्ट सर्किट की आशंका और बढ़ जाती है। ऐसे में इस फायर सेफ्टी सिस्टम से जिला अस्पताल की आगजनी की घटना से बेहतर तरीके से सुरक्षा हो पाएगी।

बॉक्सवॉटर टैंक का काम लगभग पूरा

सिस्टम के तहत जिला अस्पताल के पीछे वॉटर टैंक बनाया जा रहा है। 1 लाख 35 हजार लीटर का अंडर वॉटर टैंक का काम लगभग पूरा हो चुका है। टैंक में सिर्फ फ्लोरिंग का रह गया है जिसे रक्षाबंधन के बाद पूरा कर दिया जाएगा। इस टैंक में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पानी को स्टोर किया जाएगा। इस टैंक से पानी सप्लाई की लाइन को मुख्य सिस्टम से जोड़ा जाएगा।

इनका कहना है

फायर सेफ्टी सिस्टम का काम 80 फीसदी पूरा हो गया है। रक्षाबंधन के बाद लगभग एक महीने मेंं यह काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद एनओसी की प्रक्रिया शुरू होगी। एनओसी मिलते ही सिस्टम काम करने लगेगा।चेतन शर्मा, प्रोजेक्ट इंजीनियर, एनएचएम

------------------